आज से 512 साल पहले फ्रांस में जन्मे भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस के बारे में कहा जाता है कि वो भूत और भविष्य, दोनों की आंखों में झांक लेते थे. जिन आविष्कारों, व्यक्तियों और घटनाओं के बारे में उस समय की दुनिया अनजान थी, उसके बारे में भी नास्त्रेदमस ने सटीक भविष्यवाणियां की थीं.
अपनी किताब द प्रोफेसीज़ में नास्त्रेदमस ने करीब 1200 चौपाइयां लिखी हैं. चार पंक्ति की इन्हीं कविताओं में उन्होंने इतना कुछ लिख डाला है, जिन्हें जानकर दुनिया आज भी हैरान हो जाती है. एक-दो नहीं, नास्त्रेदमस की सैकड़ों भविष्यवाणियां सही साबित हुई हैं.
डर तो इस बात का है कि कहीं वो बात सच न हो जाए जिसकी आशंका आज से करीब 500 साल पहले जाहिर की गई थी. नास्त्रेदमस ने साल 2020 को लेकर आज से तकरीबन 500 साल पहले ऐसी भविष्यवाणी की जो रोंगटे खड़े करने वाली है. नास्त्रेदमस ने 2020 को तबाही का साल बताया है.
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों के मुताबिक, दुनिया के बड़े शहरों में गृह युद्ध जैसे हालात हो जाएंगे. इसके अलावा साल 2020 में कई देशों के बीच टकराव बढ़ेंगे. उन्होंने तीसरे विश्व युद्ध की आशंका जताई थी. तो क्या साल की शुरुआत में ही अमेरिका और ईरान के बीच छिड़ी जंग से भविष्यवाणी पर मुहर लगती नजर आ रही है?
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों के मुताबिक, अमेरिका एशिया में सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास शुरू करेगा. इन भविष्यवाणियों की अगर मौजूदा हालात से तुलना की जाए तो साल 2020 की शुरुआत में ही दो बड़े देशों के बीच तनातनी बढ़ गई है.
अमेरिका द्वारा एयरस्ट्राइक कर ईरान के कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी को मार गिराने के बाद ईरान ने भी पलटवार करते हुए अमेरिकी दूतावास पर रॉकेट से हमला कर दिया है. यही नहीं अब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान में 52 ऐसे ठिकाने चिन्हित किए हैं जिनपर US निशाना लगा सकता है.
इराक ने अमेरिका के दूतावास और सैन्य ठिकाने पर रॉकेट से हमले जिसके बाद अमेरिका ने भी ईरान को बर्बाद करने की धमकी दी है. तो सवाल ये है कि क्या नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी सच होने वाली है. क्या ये साल तबाही का साल है?
अपने जनरल की हत्या से बौखलाए ईरान ने कौम शहर की मस्जिद पर लाल झंडा चढ़ाकर बता दिया है कि वो दुश्मन को तबाह करके ही मानेगा. इस कोशिश में खुद उसका ही नामोनिशान क्यों न मिट जाए, वो अपने कदम पीछे खींचने वाला नहीं है.
अगर वाकई ऐसा है तो समझ लीजिए इसके अंजाम पूरी दुनिया के लिए बहुत ही खतरनाक होने वाले हैं और पूरी दुनिया तबाही की आग में झुलसने वाली है. नास्त्रेदमस ने शायद इस तबाही की आशंका बहुत साल पहले ही जता दी थी.
अमेरिका और ईरान के एक दूसरे पर हमले पूरी दुनिया को युद्ध की आग में झोंकने वाले हैं. अभी अमेरिका और ईरान एक दूसरे पर वार-पलटवार बेशक कर रहे हों लेकिन दोनों में से किसी ने अभी एक दूसरे के खिलाफ जंग का औपचारिक ऐलान नहीं किया है.
हालांकि जिस तेजी से घटनाक्रम बदल रहे हैं, उसमें इस बात की आशंका से इनकार भी नहीं किया जा सकता. अगर ऐसा होता है तो ये जंग सिर्फ इन दो मुल्कों के बीच नहीं रहेगी और इसकी लपट दुनिया को दो खेमों में बांटकर रख देगी. जैसा पूर्व में विश्व युद्दों के दौरान हो चुका है.
ईरान के लिए अगर लेबनान, यमन, इराक और सीरिया जैसे मुल्क लामबंद हो सकते हैं तो अमेरिका को इजरायल, सऊदी अरब जैसे देशों का साथ मिल सकता है. यानी हालात पूरी दुनिया को तेजी से तीसरे विश्व युद्ध की ओर धकेल रहे हैं.
हालांकि युद्ध की असली तस्वीर रूस, चीन, फ्रांस और जर्मनी जैसे मुल्कों के रुख से ही तय होगी. नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी में इस बात का भी जिक्र है कि आने वाले सालों में चीन और रूस एक महाशक्ति के रूप में उभरेंगे.
लेकिन फिलहाल जिस तरह के हालात अभी बन रहे हैं वो डराने वाले अंजाम की तरफ इशारा कर रहे हैं और अगर इनकी दिशा यही रही पूरी दुनिया में उथल-पुथल की नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी को सही माना जा सकता है.
नास्त्रेदमस की सच होने वाली भविष्यवाणियां
फ्रांस की क्रांति और नेपोलियन बोनापार्ट के जन्म से करीब 200 साल पहले ही नास्त्रेदमस ने इस बारे में दुनिया को बता दिया था. दुनिया भर में सबसे बड़ी तबाही लाने वाले द्वितीय विश्वयुद्ध के बारे में भी नास्त्रेदमस ने आगाह कर दिया था.
उन्होंने 500 साल पहले ही बता दिया था कि इस दुनिया के लोगों को दो विश्व-युद्ध झेलने होंगे, जिनमें हजारों-लाखों लोगों का खात्मा होगा. 1939 से 1945 के बीच यह युद्ध लड़ा गया और लाखों सैनिकों और आम लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा.
दुनिया ने पहली बार एटम बम की तबाही देखी. युद्ध खत्म हुआ तो इसमें शामिल देशों की अर्थव्यवस्था, उद्योग-धंधे और सैन्य ताकतें बर्बाद हो गईं.
नास्त्रेदमस की किताब द प्रोफेसीज की चौपाइयों में एक सड़क हादसे में ब्रिटेन की राजकुमारी डायना की मौत और अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी की हत्या का भी जिक्र है.
भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या उनके अंगरक्षकों के हाथों होगी, इस बारे में भी नास्त्रेदमस ने संकेत दिए थे.
अमेरिका पर 9/11 हमले से लेकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में भी नास्त्रेदमस की कई भविष्यवाणियां शत प्रतिशत सच साबित हो चुकी हैं.
नास्त्रेदमस के मुताबिक, इस साल जलवायु परिवर्तन पूरी दुनिया को प्रभावित करेगा. ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस और दक्षिण अमेरिका समेत कई इलाकों में प्राकृतिक आपदाओं का कहर ढाया हुआ है. ऑस्ट्रेलिया और इससे पहले अमेजन के जंगलों में लगी भीषण आग को भी इससे जोड़कर देखा जा सकता है.
नास्त्रेदमस की पिछली भविष्यवाणियों पर गौर करें तो आनेवाले वक्त में धरती का बढ़ता तापमान तबाही की बड़ी वजह बन सकता है. बढ़ता तापमान, पिघलते ग्लेशियर और भयानक तूफानों से धरती पर हाहाकर मचेगा.
कुल मिलाकर दुनिया के मौजूदा हालात देखते हुए 2020 के लिए भी नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों को हल्के में नहीं लिया जा सकता.