आज सोमवार के दिन से सावन के महीने की शुरुआत हो चुकी है. इस बार सावन में कई विशेष योग भी बन रहे हैं. सावन महीना सोमवार से ही शुरू हो रहा है और इस महीने का अंतिम दिन भी सोमवार को ही होगा. आइए ज्योतिर्विद करिश्मा कौशिक से जानते हैं कि सावन माह की शुरुआत कैसे करें जिससे पूरे साल शिव जी की कृपा बनी रहे.
इस बार श्रावण मास में कुल 5 सोमवार पड़ रहे हैं. सावन का अंतिम सोमवार 3 अगस्त को पड़ेगा और इस दिन श्रावण मास की पूर्णिमा रहेगी. सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित होता है और कहा जाता कि इस दिन महादेव की आराधना करने से जीवन का हर संकट खत्म होता है.
किसी भी रोग, विवाह में अड़चन आने या अगर आपका वैवाहिक जीवन सही नहीं चल रहा है तो श्रावण मास में शिव परिवार की पूजा-आराधना करें. इससे आपकी सारी समस्याएं दूर हो जाएंगी.
मान्यता है कि यदि आप श्रावण मास से 16 सोमवार की पूजा आराधना शुरू करते हैं तो आपको बहुत जल्द अपना मनपसंद जीवनसाथी मिल सकता है.
इसके अलावा जिनकी कुंडली में कालसर्प दोष होता है उनके लिए भी ये महीना बहुत सर्वश्रेष्ठ साबित होता है. अगर आप सावन के महीने में कालसर्प दोष निवारण पूजा करवा लेते हैं तो आपके जीवन का संघर्ष भी समाप्त हो जाएगा.
सावन का महीना बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण होता है. इस महीने से ही मौसम में भी एक तरह का बदलाव देखने को मिलता है. इस मौसम में सेहत पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है.
सावन के महीने में हर दिन शिवलिंग पर जल और बेलपत्र चढ़ाएं. इससे आपके जीवन के सारे दुख दर्द दूर हो जाएंगे.
सावन के महीने में हर दिन 108 बार महामृत्युंजय मंत्र का जप करने से आरोग्य जीवन की प्राप्ति होती है. सावन के महीने में शिव परिवार की पूजा करने से समस्त कष्टों से मुक्ति मिल जाती है.