हैदराबाद में जिस हाइवे एनएच 44 पर 27 नवंबर की रात लेडी डॉक्टर का गैंगरेप हुआ, उसी हाइवे पर तेलंगाना पुलिस ने चारों आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया है. हैदराबाद पुलिस चारों आरोपियों को उस जगह लेकर गई थी जहां लेडी डॉक्टर की जली हुई बॉडी मिली थी. पुलिस आरोपियों को मौके पर इसलिए लेकर गई थी जिससे घटना का रिक्रिएशन किया जा सका. इस एनकाउंटर का पता शुक्रवार सुबह लगा.
हैदराबाद पुलिस को दिशा (बदला हुआ नाम) के आरोपियों की 7 दिन की कस्टडी मिली थी. पुलिस इन सात दिनों में पूछताछ कर रही थी और इसी दौरान सीन को रिक्रिएट करने के लिए आरोपियों को उसी स्थान पर ले गई थी, जहां उन्होंने दिशा (बदला हुआ नाम) को जिंदा जला दिया था.
पुलिस का दावा है कि सीन रिक्रिएशन के दौरान ही आरोपियों ने पुलिस पर हमला कर दिया और वहां से भागने की कोशिश की. पुलिस और आरोपियों के बीच उसी दौरान मुठभेड़ हुई और हैदराबाद पुलिस के हाथों एनकाउंटर में चारों आरोपी ढेर हो गए. ये एनकाउंटर हैदराबाद के एनएच 44 पर हुआ है. ये एनकाउंटर शुक्रवार सुबह 3 से 6 बीच तेलंगाना के चत्तनपल्ली पुल, शादनगर में हुआ.
उससे पहले हैदराबाद में महिला डॉक्टर से हैवानियत के
खिलाफ देशभर में प्रदर्शन हो रहे थे. सड़कों पर उतरकर लोग महिला सुरक्षा पर
सवाल कर रहे थे. पुलिस की जांच में कई खुलासे हुए थे और आरोपियों का
वीडियो और पूरी कुंडली सामने आ गई थी. उधर आरोपियों को हैदराबाद की
केरलाकुल्ली जेल में बंद किया गया था.
हैदराबाद में जब पुलिस आरोपियों को लेकर थाने पहुंची तो उसकी भनक लोगों को
लग गई थी. इसके बाद कुछ ही देर में सैकड़ों लोगों ने थाना घेर लिया था.
इसके बाद पुलिस ने उस थाने की सुरक्षा बढ़ा दी थी और बाद में उन्हें
हैदराबाद की जेल में ले जाया गया था. चारों आरोपियों को केरलाकुल्ली
सेंट्रल जेल के अलग-अलग बैरक में रखा गया था. बताया जा रहा है कि उन्हें
अलग इसलिए रखा गया है ताकि वे एक दूसरे को नुकसान ना पहुंचा सकें और वे कोई
ऐसा कदम न उठाएं जिससे जांच प्रभावित हो.
इससे पहले पुलिस ने वारदात की जांच में कई खुलासे किए
थे. इस खुलासे के बाद आरोपियों का वीडियो और पूरी कुंडली सामने आ गई थी.
चारों आरोपी बचपन के दोस्त थे. आरोपी मोहम्मद आरिफ ट्रक ड्राइवर था, बाकी
तीनों क्लीनर थे.
पुलिस के मुताबिक 27 नवंबर की रात को महिला डॉक्टर को
ट्रक ड्राइवर और उसके साथियों ने अगवा किया. आरोपी पीड़िता को सुनसान जगह
पर ले गए और उसे जबरन शराब पिलाई और गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था.
एक आरोपी ने मुंह और नाक दबाकर पीड़िता की जान ली. इसके बाद वहां से 27
किलोमीटर दूर ले जाकर पेट्रोल डालकर उसका शव जला दिया. शव के पास ही
पीड़िता का फोन, घड़ी सब छिपा दिया था.
पुलिस की रिमांड कॉपी के अनुसार, 27 नवंबर की रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक
पूरी वारदात को अंजाम दिया गया था. पुलिस की गिरफ्त में आए चारों आरोपियों
को 14 दिन की रिमांड पर भेजा गया था.
हैदराबाद गैंगरेप की इसी घटना
का रिक्रिएशन करने के लिए पुलिस चारों आरोपियों को वहां लेकर गई जहां
लेडी डॉक्टर की जली हुई बॉडी मिली थी. पुलिस के अनुसार, वहां से चारों
आरोपियों ने भागने की कोशिश की, इसलिए चारों का एनकाउंटर कर दिया गया.
इस मैप में जो लाल प्वांइटर दिखाई दे रहा है, वह शमशाबाद टोल प्लाजा है, जहां पर लेडी डॉक्टर का गैंगरेप और मर्डर हुआ. इसके पास में ही राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट है. गैंगरेप के आरोपी बॉडी को लेकर टोल प्लाजा से 27 किलोमीटर दूर चत्तनपल्ली पुलिया, शादीपुर पहुंचते हैं जो हाइवे एनच 44 पर ही है. यहां बॉडी को जलाया जाता है. पुलिस ने इस चत्तनपल्ली पुलिया पर चारों आरोपियों का एनकाउंटर किया है.