कुछ दिनों पहले बिहार के एक गांव में नवविवाहिता की अधजली लाश मिलने के मामले में पुलिस ने ऑनर किलिंग का खौफनाक सच सबके सामने ला दिया है. नवविवाहिता की उसके पिता और भाईयों ने ही गोली मारकर हत्या की और फिर लाश को जला दिया था. हत्या का कारण भी कुछ अलग हटकर है. यह घटना बक्सर के इटाढ़ी थाना क्षेत्र के कुकुढ़ा गांव की है. (Demo Photo)
पुलिस के मुताबिक, नवविवाहिता दिनारा थाना क्षेत्र के रोहतास की रहने वाली थी जिसका एक साल पहले बक्सर के डुमराव के रहने वाले एक लड़के से विवाह हुआ था. विवाह के बाद लड़की अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई थी. कुछ दिनों पहले वह वापस लौटी थी जिसके बाद उसके पिता ने उसकी शादी उसके प्रेमी से ही करा दी थी. इधर पिछले रविवार की रात से लड़की एक बार फिर गायब हो गई. अबकी बार उसके पिता ने ही उसे गायब कर दिया था. उसके सेवानिवृत्त पिता ने उसे कुकुढ़ा में लाकर पहले गोली मारी तथा फिर उसे जला दिया.
बताया जा रहा है कि पुलिस अधजली लाश की पहचान करने के लिए प्रयासरत थी. इसी बीच सीआईडी हेडक्वार्टर को एक सूचना मिली कि महेंद्र कुमार गुप्ता की बेटी इंदु देवी उर्फ रानी देवी कुछ दिनों से गायब है. ये सूचना मिलते ही दिनारा थाना सहित छह सदस्यों की बक्सर पुलिस टीम का गठन किया गया.
जब इंदु के घर पूरी पुलिस टीम पहुंची तो घर वालों ने ऐसी किसी भी बात से साफ मना कर दिया. पुलिस वहां से लौटने ही वाली थी कि रानी को छोटी बहन प्रीति ने सैंडिल की पहचान करते हुए कहा कि यह दीदी की है. क्लू की तलाश में लगी पुलिस के हाथ पूरी कहानी ही लग गई. लड़की की मां और भाई से जब कड़ी पूछताछ की तो ऑनर किलिंग की वह भयावह तस्वीर सामने आई, जिसने पूरे बिहार को ही झकझोर दिया था.
दरसअल, महेन्द्र कुमार गुप्ता की तीन बेटी और दो बेटा हैं. महेंद्र रिटायर्ड फौजी के रूप में बैंक में सुरक्षा गार्ड के तौर पर काम करता है. बड़ी बेटी किसी से प्रेम करती थी, लेकिन पिता ने उसकी शादी बक्सर के डुमराव में फिक्स कर दी. शादी की पूरी तैयारी के बाद इंदु ने पिता के द्वारा तय की गई जग शादी तो कर ली, लेकिन दो दिन बाद ही घर वापस आ गई और फिर ससुराल जाने से मना कर दिया. ऐसे में पिता ने अपनी दूसरी बेटी प्रीति की शादी दामाद से करा दी लेकिन यहीं पर जुर्म ने दस्तक देनी शुरू कर दी.
मृतका की मां ने बताया कि एक साल पहले बेटी जब घर से भाग गई थी, उस वक्त उन्होंने छोटी बेटी की शादी दामाद से कर दी थी. इस घटना से समाज में उन्हें बेहद शर्मिंदा होना पड़ा था जिससे उसके पिता बेहद नाराज रहा करते थे. इसी बीच लड़की तकरीबन एक साल बाद अपने प्रेमी के साथ वापस आई तो उसके प्रेमी से ही उसकी शादी करा दी गई.
ये बात पूरे परिवार की नागवार गुजर रही थी. तब एक प्लान तैयार किया गया और फौजी के भांजे को इस प्लान में शामिल करते हुए बक्सर के कुकुढा में हत्या की जगह चयनित की गई. इस अपमान से पिता के मन में अब भी अपनी बेइज्जती कांटा चुभ रहा था जिसके कारण उन्होंने इस तरह की वीभत्स घटना को अंजाम दिया गया.
हत्या के दिन पिता और पुत्र ने रानी को गया ले जाने की बात कहकर बहलाया और बाइक से लेकर कुकुढा आए. वहीं, दूसरी तरफ पहले से लड़की की बुआ का लड़का और दो सहयोगी कुकुढा में घटना को अंजाम देने के लिए तैयार थे. इसके बाद लड़की को जबरदस्ती घटनास्थल पर लाया गया. पिता ने लड़की की गोली मार कर हत्या की और साथ के सभी लोगों ने मिलकर उसकी पहचान छिपाने के लिये जला दिया था.
घटना के बाद से आरोपी पिता फरार हो गया है. वहीं मां, भाई, बहन तथा एक अन्य पुलिस हिरासत में हैं पुलिस की मानें तो अभी चार लोगों की पुलिस को तलाश है जिसमें पिता की गिरफ्तारी की बात सूत्र के माध्यम से आ रही लेकिन पुलिस अभी इस बात का खुलासा नहीं कर रही है. बक्सर कप्तान उपेन्द्र नाथ वर्मा की मानें तो 17 सदस्यों की टीम लगी हुई थी और इसकी निगरानी डीआईजी राकेश राठी कर रहे थे.