देश में लॉकडाउन 4.0 लगाया जा चुका है लेकिन इस बार लोगों को पहले से ज्यादा रियायतें दी जा रही हैं. लोग सुरक्षा को ध्यान में रखकर अपने काम-धंधे में जुट गए हैं. उन कामों में कुछ ज्यादा ही सतर्कता बरती जा रही है जहां पर दो गज की दूरी का पालन करना संभव नहीं है. हरियाणा के जुलाना के एक सैलून में कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है. जहां बाल कटवाने और शेविंग के लिए सैलून में अपना तौलिया लाना जरूरी है.
(Photo Aajtak)
हरियाणा के जुलाना में कुछ दिन पहले ही दुकानें खोलने की छूट दी गई. ऐसे में बार्बर ने अपने ग्राहकों के अंदर से डर निकालने के लिए अनोखा तरीका अपनाया. पीपीई किट पहनकर ग्राहकों की कटिंग और शेव कर रहे हैं. सुरक्षा की सभी जरूरी चीजों को ध्यान में रखकर अपना काम कर रहा है. दुकानदार का कहना है कि लोगों में कोरोना का डर साफ देखा जा सकता है शुरुआत के दो दिन दुकान पर कोई ग्राहक नहीं आया.
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पीपीई किट और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने के बावजूद लोगों में डर का माहौल है. दुकानदार का कहना है कि हम ग्राहकों को घर से अपना तौलिया लाने के लिए कहे रहे हैं और एक रजिस्टर हमने रखा हुआ हैं. जिस पर हर ग्राहक का नाम, पता और फोन नंबर रिकॉर्ड के तौर पर अपने पास रख रहे हैं. महामारी के इस दौर में यह बहुत उपयोगी साबित हो सकता है. साथ ही यह सुरक्षा की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण भी है.
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बार्बर शॉप में काम करने वाले लोगों का कहना है कि दुकान पिछले 2 महीने से बंद थी और दूसरी दुकानें खोली जा रही थीं. ऐसे में हम सबके सामने रोजगार का गंभीर संकट खड़ा हो गया था. लोग हमारे पास आने से थोड़ा डर रहे थे. दुकान खोलने की छूट के बाद शुरू के 2 दिन कोई भी ग्राहक दुकान पर नहीं आया. लेकिन नियमों को लागू करने के बाद अब धीरे-धीरे लोग आना शुरू हो गए हैं.
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लॉकडाउन 4.0 में दुकानदारों को कुछ रियायत तो जरूर मिली है. लेकिन लोगों में डर का माहौल है. देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में जिन कामों में सोशल डिस्टेंसिंग नियम का पालन करना संभव नहीं है उनके सामने एक बड़ी चुनौती जरूर खड़ी हो गई है.
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