दिल्ली से सटे गाजियाबाद के इंदिरापुरम में मंगलवार को घटी दिल दहलाने वाली घटना में एक नया खुलासा हुआ है. जिस बिजनेसमैन ने अपने दो बच्चों की हत्या कर अपनी पत्नी और एक महिला के साथ बिल्डिंग की आठवीं मंजिल से छलांग लगाई थी, वह दूसरी महिला बिजनेसमैन की दूसरी पत्नी ही थी.
गुलशन वासुदेव (उम्र- 45 साल) के साथ रह रही दूसरी महिला का भी खुलासा हो गया है. गुलशन की मैनेजर संजना के बारे में उसके भाई फिरोज ने पुलिस को बताया कि डेढ़ साल पहले संजना ने गुलशन से शादी कर ली थी, इसलिए वह परिवार के साथ रह रही थी. संजना का नाम गुलशन था. बाद में उसने अपना नाम गुलशन से संजना रख लिया था. वहीं, गुलशन वासुदेव के परिवार को इस बात की जानकारी नहीं थी. संजना, मुस्लिम समाज से ताल्लुक रखती थी. इस मामले में पुलिस ने आईपीसी की धारा 302 और 306 के तहत केस दर्ज किया है.
वहीं, इंदिरापुरम के वैभव खंड में पति, पत्नी और एक महिला और दोनों बच्चों के हत्या के मामले में पुलिस आरोपी राकेश वर्मा के बेहद करीब है. राकेश वर्मा के परिवार से पूछताछ में राकेश के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली थी. सामूहिक आत्महत्या केस मामले में आरोपी राकेश वर्मा को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया. राकेश को गाजियाबाद के मोहन नगर इलाके से पकड़ा गया.
बता दें कि उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में थाना इंदिरापुरम इलाके के वैभव खंड स्थित कृष्णा सफायर सोसाइटी की 8 वीं मंजिल पर 806 नंबर का फ्लैट है. उसी फ्लैट की बालकनी से कूदकर पति, पत्नी और एक अन्य महिला द्वारा मंगलवार सुबह पांच बजे सुसाइड किया गया. मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच के दौरान उनके फ्लैट को खोल कर देखा था तो पुलिस के भी होश उड़ गए क्योंकि घर के अंदर एक 13 साल का लड़का ऋतिक और 17 साल की लड़की रीतिका मृत हालत में बेड पर पड़े मिले.
गुलशन का पुत्र ऋतिक दिल्ली के श्रेष्ठ विहार स्थित डीएवी स्कूल में नौवीं कक्षा में पढ़ता था जबकि पुत्री कृतिका बारहवीं के बाद फैशन डिजाइनिंग का कोर्स कर रही थी.
घर के अंदर ही इन्होंने एक खरगोश पाला हुआ था. वह खरगोश भी मृत पाया गया और कमरे में ही एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है. इस सुसाइड नोट में सुसाइड करने का कारण आर्थिक तंगी और कुछ लोगों पर बड़ी रकम का बकाया होना बताया गया है. उनके संबंधी साढ़ू राकेश वर्मा को ही सुसाइड नोट में मौत का जिम्मेदार बताया गया है.
माना जा रहा है कि गुलशन के द्वारा पहले घर में पाले हुए खरगोश को मारा गया. उसके बाद दोनों बच्चों को गला दबाकर मारा गया. संजना जो कि कंपनी में बतौर मैनेजर कार्यरत थी और बीती रात करीब 9 बजे उसके घर पहुंची थी. बच्चों की हत्या के बाद पत्नी-खुद और साथी कर्मचारी, तीनों ने आठवीं मंजिल से छलांग लगा दी थी.
गुलशन की कंपनी में मैनेजर संजना ने भी इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया था. संजना, गुलशन की कंपनी में पिछले 5 सालों से बतौर मैनेजर काम कर रही थी और डेढ़ साल पहले ही दोनों की शादी हुई थी.
सुसाइड करने वाले परिवार ने फ्लैट की दीवार पर ही कुछ पैसे परिवार की तरफ से चिपकाए गए थे और यह लिखा गया था कि उन सभी लोगों का अंतिम संस्कार इन्हीं पैसों से किया जाए. राकेश वर्मा के परिजनों को मंगलवार को ही पुलिस द्वारा हिरासत में ले लिया गया था.
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि राकेश वर्मा पर गुलशन वासुदेव के तकरीबन 2 करोड़ रुपये बकाया थे. गुलशन की जींस की फैक्ट्री थी जिसमें उसे घाटा हो गया था. फिलहाल वह आर्थिक तंगी से जूझ रहा था. बाकी एक बड़ी रकम उसकी अपने रिश्तेदार के पास फंस गई थी और राकेश के दिए चेक बाउंस हो गये थे और रकम उसे वापस नहीं मिल पा रही थी. मृतक गुलशन ने दिल्ली की झिलमिल कालोनी में अपनी पैतृक संपत्ति को बेचा था जिसमें मिली एक बड़ी रकम उसने अपने रिश्तेदार राकेश वर्मा को दे दिए थे.
इन्हीं पैसों के लिए सोमवार को गुलशन ने राकेश वर्मा को फोन लगाया था लेकिन मामला बना नहीं. तब रात में ही नींद में सोते अपने दोनों बच्चों का कत्ल किया और फिर अपने सुबह साढ़े तीन बजे एक दोस्त वीडियो कॉल कर कहा कि सब कुछ खत्म हो गया है. उसके बाद सुबह पांच बजे गुलशन अपनी दोनों पत्नी के साथ घर की बालकनी से बाहर आए और आठवीं मंजिल से नीचे छलांग लगा दी.
राकेश वर्मा साहिबाबाद की शालीमार गार्डन कॉलोनी में रहता है. पुलिस के मुताबिक, राकेश वर्मा एक बिल्डर है. उनका गुलशन वासुदेव से करीब दो करोड़ रुपये का विवाद चल रहा था. प्रॉपर्टी से मिले रुपये साढ़ू राकेश वर्मा के साथ दूसरी जगह इन्वेस्ट किए थे. आरोप है कि साढ़ू रुपये वापस देने में आनाकानी कर रहा था. इसके चलते गुलशन ने साढ़ू राकेश वर्मा व उसकी मां के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए साढ़ू राकेश वर्मा व उसकी मां को धोखाधड़ी के आरोप में जेल भेज दिया था.
रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद रुपये वापस होने की संभावना लगभग समाप्त हो गई थी. दूसरी तरफ देनदारी लगातार बढ़ रही थी. एसएसपी ने आशंका जताई है कि इस देनदारी के चलते कारोबारी ने परिवार समेत आत्महत्या कर बच्चों की हत्या कर दी. सामूहिक आत्महत्या केस मामले में आरोपी राकेश वर्मा को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया. राकेश को गाजियाबाद के मोहन नगर इलाके से पकड़ा गया.