Advertisement

ट्रेंडिंग

चीन ने बनाया नया हथियार! एक हमले में दुश्मन का बंदरगाह कर देगा ध्वस्त

aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 28 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 7:23 PM IST
  • 1/10

चीन ने अपनी समुद्री ताकत में विस्तार करते हुए ऐसा हथियार विकसित कर लिया है जो एक ही हमले में दुश्मन के पूरे बंदरगाह को तबाह करने की क्षमता से लैस है. चीन ने हाल ही में पानी के भीतर इस हथियार का परीक्षण किया है जिसने लक्षित बंदरगाह को पूरी तरह बर्बाद कर दिया. चीन की सरकारी मीडिया ने इस हथियार को लेकर दावा कि युद्ध की स्थिति में इसका इस्तेमाल अमेरिका के खिलाफ भी किया जा सकता है. (सांकेतिक तस्वीर/Getty)

  • 2/10

बीजिंग की सेना ने शनिवार को चीन में एक अज्ञात स्थान पर डमी बंदरगाह को नष्ट करने के लिए पानी के नीचे इस हथियार का इस्तेमाल किया. तकनीक के इस दौर में किसी भी संघर्ष की स्थिति में दुश्मन की आपूर्ति लाइनों को काटने के लिए इस हथियार को खास तौर पर डिज़ाइन किया गया है. (स्क्रीनशॉट)
 

  • 3/10

चीनी सरकार की स्वामित्व वाले ग्लोबल टाइम्स अखबार ने इस हथियार को लेकर कहा, पानी के नीचे उपयोग करके गुप्त हमलों के जरिए अमेरिकी विमान वाहक जैसे बड़े जहाजों को भी कमजोर किया जा सकता है.  (स्क्रीनशॉट)

Advertisement
  • 4/10

डेली मेल की रिपोर्ट की मुताबिक यह चीनी सैन्य हथियारों के परीक्षणों की एक नई सीरीज है  जिसमें पिछले सप्ताह एक उपग्रह का प्रक्षेपण भी शामिल है. इस परीक्षण को लेकर अमेरिका ने अन्य अंतरिक्ष यान पर हमला करने की चेतावनी दी है. अमेरिका समेत कई विश्लेषकों को लगता है यह एक हाइपरसोनिक परमाणु हथियार है. (सांकेतिक तस्वीर/Getty)
 

  • 5/10

नए परीक्षण को रिपोर्ट करते हुए, ग्लोबल टाइम्स ने कहा कि पानी के नीचे इस हथियार का इस्तेमाल कर 'शक्तिशाली विस्फोट' के जरिए बंदरगाह को 'पूरी तरह से ध्वस्त' किया जा सकता है. (सांकेतिक तस्वीर/Getty)

  • 6/10

ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक परीक्षण में सेंसर का इस्तेमाल डेटा इकट्ठा करने के लिए किया गया था जिसका इस्तेमाल 'असली युद्ध में शत्रुतापूर्ण बंदरगाहों' पर हमलों को सटीकता से अंजाम देने के लिए किया जाएगा. (सांकेतिक तस्वीर/Getty)
 

Advertisement
  • 7/10

रिपोर्ट में कहा गया है कि पानी के भीतर धमाका करने की शक्ति प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी रणनीति को बदलने की प्रतिक्रिया है. चीन की तरफ से दावा किया  गया है कि वाशिंगटन इन संभावित हमलों से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए अपनी सेना को एक स्थान पर केंद्रित करने के बजाय छोटे स्थानों के बीच विभाजित कर रहा है. (सांकेतिक तस्वीर/Getty)

  • 8/10

ग्लोबल टाइम्स ने कहा, इस रणनीति से बड़े जहाजों जैसे कि विमान वाहक पोतों को बचाए रखने के लिए आवश्यक रसद संचालन पर दबाव बढ़ जाता है, जिससे बंदरगाहों और घाटों जैसे बुनियादी ढांचे पर हमले अधिक महत्वपूर्ण हो जाते हैं. (सांकेतिक तस्वीर/Getty)
 

  • 9/10

यह नया परीक्षण ग्लोबल टाइम्स द्वारा एक नए उपग्रह - शिजियन 21 के प्रक्षेपण पर रिपोर्ट किए जाने के ठीक एक दिन बाद किया गया है. शिजियन 21 के प्रक्षेपण को लेकर कहा गया है कि इसे अंतरिक्ष मलबे को साफ करने के लिए तकनीक का परीक्षण करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. (सांकेतिक तस्वीर/Getty)

Advertisement
  • 10/10

हालांकि वाशिंगटन ने उसी तकनीक को चेतावनी दी है जिसका इस्तेमाल रोबोटिक के जरिए  अन्य उपग्रहों को 'पकड़ने' और संभावित रूप से उन्हें अक्षम बनाने में इस्तेमाल किया जा सकता है. (सांकेतिक तस्वीर/Getty)

Advertisement

लेटेस्ट फोटो

Advertisement