डोकलाम के बाद एक बार फिर चीनी सैनिकों के साथ आमने-सामने की स्थिति बन आई है. ये हालात चीनी सैनिकों की घुसपैठ के बाद सामने आए हैं. यह घुसपैठ हुई है लद्दाख में. केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में दिसंबर के आखिरी हफ्ते में हुई इस घुसपैठ को लेकर चीनी सेना ने नया तरीका अपनाया है. इस बार उसने भारतीय इलाके के चरवाहों को रोकने के लिए अपने इलाके के चरवाहों को आगे किया. आपके लिए आजतक लेकर आया है इस घुसपैठ की एक्सक्लूसिव तस्वीरें...
केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में चीन से लगने वाली सीमा यानी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर चीनी सेना ने घुसपैठ की है. लद्दाख के चतुर इलाके में चीनी सैनिकों ने यह घुसपैठ कराई है. इसके लिए उन्होंने अपने चरवाहों को मवेशियों के साथ भारतीय सीमा में जाने दिया.
चीनी इलाके के चरवाहे भारतीय इलाके के चरवाहों को न सिर्फ इस इलाके में आने पर एतराज कर रहे हैं बल्कि वे खुद भारतीय इलाके में घुसपैठ कर रहे हैं. इसमें इन चरवाहों की मदद करते हैं चीनी सैनिक.
घटना चतुर इलाके के खुले सेक्टर में हुई. जहां भारतीय चरवाहे मवेशियों को चराने के लिए ले जा रहे थे. तभी चीनी सैनिकों ने उन्हें इस इलाके में आने से रोका. लेकिन थोड़ी देर बाद चीन के चरवाहे उस इलाके में घूमते दिखाई दिए.
इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (ITBP) ने सीमा पर ही मामले को सुलझाने की कोशिश की. इसके बाद भारतीय चरवाहों को भरोसा दिलाया गया कि उनका यह मुद्दा चीनी सेना के साथ बॉर्डर मीटिंग में उठाया जाएगा. इसका निपटारा वहीं पर किया जाएगा.
चीन कई सालों से लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर जमीन हथियाने की नापाक साजिश रच रहा है. इसके लिए वह आए दिन नए-नए तरीके आजमाता रहता है. 2019 में चीनी सेना ने कई बार लद्दाख के भारतीय इलाके में घुसपैठ की कोशिश की है.
लद्दाख में चीन से लगने वाली सीमा पर दोनों देशों के बीच किसी तरह की तारबंदी या निशानी नहीं है. यही कारण है कि दोनों देशों के बीच हमेशा सीमा को लेकर विवाद होता रहता है. अक्सर चीनी सेना इस इलाके में घुसपैठ की कोशिश करती रहती है.
सीमाकंन नहीं होने के कारण दोनों ही देश इस इलाके को लेकर अक्सर विवाद में रहते हैं. कई बार तो सैनिकों की आपस में झड़प भी हो जाती है. LAC को लेकर दोनों देशों का अपना नजरिया है. लेकिन चीन लगातार भारतीय इलाके पर अपना दावा जमाता आया है.
इससे पहले चीन ने अरुणाचल प्रदेश के डोकलाम में भी इसी तरह घुसपैठ की कोशिश की थी जिसे भारतीय सरकार ने बेहद सूझबूझ के साथ बातचीत करके सुलझा लिया था. लेकिन लगभग हर साल ही चीन के सैनिक भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश करते रहते हैं.