यह मामला ब्रिटेन के एसेक्स का है. दो बच्चों के पिता उमर टेलर एक हेल्थकेयर कंपनी में रिजनल डायरेक्टर हैं. कोरोना से पीड़ित होने के बाद उनकी हालत इतनी खराब हो गई कि हॉस्पिटल ने उनके परिवार को सबसे खराब स्थिति के लिए तैयार रहने को कह दिया. डॉक्टर ने उमर को यह भी कहा कि वे अब कभी अपने पैरों पर चल नहीं पाएंगे. लेकिन वह अपने पैरों पर चलते हुए ही अस्पताल से बाहर निकले.
उमर ठीक होने के बाद जब घर पहुंचे तो पड़ोसियों ने ताली बजाकर उनका स्वागत किया. उनकी 30 साल की पत्नी केटलिन टेलर ने मेल ऑनलाइन से कहा- पहले हमें बताया गया कि उसकी मौत होने वाली है. फिर कहा गया कि वह कभी चल नहीं पाएगा. उसका ठीक होना पूरी तरह चमत्कार है.
केटलिन ने कहा कि उसने बेटे के दूसरे बर्थडे के मौके पर घर आना तय कर लिया था और उसने ऐसा करके दिखा दिया. उमर का इलाज करीब 8 हफ्ते तक चला जिस दौरान वे 30 दिन तक वेंटिलेटर पर रहे.
उमर को डॉक्टरों ने इन्ड्यूस्ड कोमा में रखा था. कोमा से बाहर आने के बाद उनकी बोलने की क्षमता चली गई, लेकिन धीरे-धीरे अब उनमें सुधार हो रहा है और वे कुछ शब्द बोल पा रहे हैं. उनका एक हाथ भी पैरालाइज्ड हो चुका है. डॉक्टरों को उम्मीद है कि लगातार इलाज से वह साल के आखिर तक 90 फीसदी तक रिकवर हो जाएंगे.