यूपी के हमीरपुर में इलाहाबाद बैंक से किसान को नोट की गड्डी के बीच में छुपा कर पांच-पांच सौ के 20 यानी दस हजार के बच्चों के खेलने वाले नोट लगा कर देने की घटना से हड़कंप मच गया है. इस ग्राहक ने बेटी की शादी के लिये बैंक से एक लाख रुपया निकाला था.
बैंक ने उसे पांच-पांच सौ रुपयों की दो गड्डियां दी थी जिसे ग्राहक झोले में रख कर घर ले गया और जब सामान खरीदने गया तो नोटों की गड्डी के बीच में 20 बच्चों के खेलने वाले नोट निकले. दस हजार के गलत नोट देख कर किसान परेशान हो गया और उसने बैंक में जा कर शिकायत की तो बैंक वाले गोलमोल जवाब दे कर टालने में लगे हैं.
किसान शिव नारायण तिवारी ने इलाहाबाद बैंक की इमिलिया शाखा से अपने खाते से एक लाख रुपये निकाले थे. इसमें नोटों की गड्डी के बीच में बच्चों के खेलने वाले नोट लगे हुए थे. असली नोट के साइज के इन नकली नोटो में लिखा है, "फुल ऑफ फन...भारतीय बच्चों का बैंक... द्वारा प्रत्याभूत चिल्ड्रन लेबल....मैं बच्चों को 500 नम्बर अदा करने का वचन देता हूं." इन्हें बड़ी सफाई से असली गड्डी के बीच में छिपा कर किसान को दिया गया.
जिले में मुस्कुरा ब्लॉक के गहरौली गांव के रहने वाले किसान शिव नारायण तिवारी का इलाहाबाद बैंक की इमिलिया शाखा में बैंक खाता है. इस किसान की बेटी की शादी होनी है, इसलिये उसने अपने खाते से एक लाख रुपया निकाला था. उसे 5, 5 सौ रुपयों की दो गड्डियां दी गयी थी जिन्हें लेकर किसान घर चला गया.
मंगलवार को जब वो दहेज का सामान खरीदने गया तो पचास हजार की गड्डी में चूरन वाले नोट बड़ी सफाई से सेट किए गये थे. 5, 5 सौ रुपयों के बीच 20 बच्चों के खेलने वाले नोट निकले है. दस हजार के फर्जी नोट मिलने से परेशान किसान ने बैंक जा कर फर्जी नोटों की शिकायत की तो बैंक मैनेजर सही जवाब देने की जगह इधर-उधर की बातें करने लगे.
कैमरे के सामने बैंक मैनेजर विनोद कुमार ने माना कि उस दिन कैशियर नहीं था. उसकी जगह दूसरे स्टाफ से पैसे का भुगतान कराया गया था. उस दिन के CCTV फुटेज भी नहीं है क्योंकि CCTV की केबल को चूहों ने काट दिया है.
बुंदेलखंड में बैंकों द्वारा किसानों का शोषण करने की रोज नई-नई खबरें आती रहती हैं. अब इस किसान को फर्जी नोट देकर इलाहाबाद बैंक ने नया कारनामा करके सब को हैरत में डाल दिया है.