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वैक्सीनेशन के बाद लोगों पर ऐसे रखी जाएगी नजर, किसी भी परेशानी पर तुरंत रिस्पॉन्स

aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 16 जनवरी 2021,
  • अपडेटेड 12:49 PM IST
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इस सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना के खिलाफ आज से भारत की निर्णायक लड़ाई शुरू हो गई है. देश पर में आज कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण की शुरुआत हो चुकी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैक्सीनेशन कार्यक्रम का शुभारंभ किया. 

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वैक्सीनेशन ड्राइव के पहले चरण में  देश के 3 करोड़ लोगों का वैक्सीन दिया जाएगा. दूसरे चरण में इसे 30 करोड़ करोड़ तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है. कोरोना वॉरियर्स के अलावा पहले चरण में हेल्थ वर्कर्स और बीमार बुजुर्गों को टीका लगाया जाएगा.

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अब ऐसे में सवाल उठता है कि जब कोरोना वैक्सीन लगाए जाने के बाद दुनिया भर में उसके रिएक्शन को लेकर लोगों में अविश्वास का भाव है तो भारत में इसे कैसे मॉनिटर किया जाएगा. देश में सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए पूरी तैयारी की है. किसी भी शख्स को वैक्सीन दिए जाने के बाद शरीर पर त्वरित प्रतिक्रिया को जानने के लिए लोगों की वैक्सीनेशन सेंटर पर ही 30 मिनट तक मॉनिटरिंग की जाएगी. जिस शख्स को वैक्सीन दिया जाएगा उसकी पूरी जानकारी स्थानीय सेंटर पर उपलब्ध होगी जिसमें उसके घर का पता और इमरजेंसी नंबर तक मौजूद होगा. लोगों में वैक्सीन को लेकर भरोसा बनाए रखने के लिए एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने भी वैक्सीन लिया.

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इसके बाद वैक्सीन लिए शख्स के स्वास्थ्य की निगरानी के लिए केंद्र सरकार ने एक गाइडलाइन बनाई है. उस गाइडलाइन के मुताबिक टीका लगाए जाने के बाद प्रत्येक लाभार्थी के स्वास्थ्य पर नजर रखी जाएगी. इसके लिए आफ्टर इफैक्ट वाले लोगों को तीन कैटेगरी में बांटा जाएगा. पहली श्रेणी होगी माइल्ड की जिसके तहत बुखार या हल्के रैशेज वाले लोगों को रखा जाएगा.

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दूसरी श्रेणी में बीमार और तीसरी श्रेणी सीरियस की बनाई गई है. इन दोनों श्रेणियों में आने वाले रोगियों को शिकायत मिलने के तुरंत बाद अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा. अगर कोई मरीज शॉक में चला जाता है या किसी के शरीर में कोई नुकसान होता है तो फौरन इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी. मरीज की शुरुआती रिपोर्ट के बाद इलाज के बाद अंतिम रिपोर्ट राज्य और केंद्र सरकार को भेजना अनिवार्य होगा.

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मरीज के शुरुआती और इलाज के बाद अंतिम रिपोर्ट को कमेटी रिव्यू करेगी और देखेगी की व्यक्ति को दिक्कत टीके की वजह से हुई या उसका कोई अन्य कारण था. इसके आधार पर आगे का फैसला लिया जाएगा.

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