हैदराबाद में महिला डॉक्टर से हैवानियत और फिर हत्या के मामले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. सड़क से संसद तक गैंगेरेप के चारों आरोपियों को फांसी देने की मांग की जा रही है. देश में रेप के बढ़ते मामले और इसकी संवदेनशीलता को देखते हुए अब केंद्र सरकार इस पर निर्भया के बाद एक बार फिर सख्त कानून बना सकती है और रेप केस में आरोपियों को सख्त सजा के दायरे में लाने के लिए उम्र की सीमा को घटाया जा सकता है.
महिला डॉक्टर के साथ घिनौनी वारदात को लेकर राज्यसभा के सभापति और उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने भी बलात्कारियों को सख्त से सख्त सजा मिलने का समर्थन किया है. सोमवार को सदन की कार्यवाही के दौरान उन्होंने कहा कि अगर जघन्य अपराध जारी रहते हैं तो सजा देने के लिए दुष्कर्मी की आयु के मुद्दे पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए.
इसके साथ ही वेंकैया नायडू ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर नए बिल की जरूरत नहीं है. जो जरूरत है वह है राजनीतिक इच्छाशक्ति, प्रशासनिक कौशल और मानसिकता में बदलाव की.
राज्यसभा में हैदराबाद गैंगरेप को लेकर जया बच्चन ने विरोध जताते हुए कहा कि ऐसे मामलों पर मैं पता नहीं कितनी बार बोल चुकी हूं. सरकार को अब कार्रवाई करनी चाहिए. एक दिन पहले ही हैदाराबाद में उसी जगह हादसा हुआ था. कुछ देशों में जनता दोषियों को सजा देती है. दोषियों को अब जनता ही सबक सिखाए. उन्होंने कहा कि दोषियों की सार्वजनकि लिंचिंग होनी चाहिए.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि घटना से पूरा देश शर्मसार हुआ है. सभी ने निंदा की है. इसमें जो भी ओरोपी हैं उसको सजा मिले. राजनाथ सिंह ने कहा कि निर्भया कांड के बाद एक कठोर कानून बना था, लेकिन उसके बाद भी जघन्य कृत्य हो रहे हैं. कठोर कानून बनाने को हम तैयार हैं. उन्होंने कहा कि फैसला आप पर (लोकसभा अध्यक्ष पर) छोड़ता हूं, जिस कानून को बनाने की सहमति बनेगी हम उसे बनाने के लिए तैयार हैं.
बसपा सांसद दानिश अली ने कहा कि इसकी सिर्फ निंदा नहीं करनी चाहिए. इसको राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए. 2015 से अबतक महिलाओं के खिलाफ रेप का मामला बढ़ा है. ऐसी घटनाएं पहले भी हुई हैं. हमें राजनीति से ऊपर उठकर बात करनी चाहिए.
बता दें कि हैदराबाद-बेंगलुरू हाइवे पर एक महिला डॉक्टर की अधजली लाश मिली थी. लाश मिलने के बाद पता चहा कि 26 साल की महिला डॉक्टर के साथ रेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई. हैवानियत की इंतहा यह थी कि आरोपियों ने डॉक्टर की लाश को जलाकर एक फ्लाईओवर के नीचे फेंक दिया था. असल में महिला डॉक्टर रात में अपना घर लौट रही थी, इसी दौरान रास्ते में उसकी स्कूटी खराब हो गई थी.
लेडी डॉक्टर बीते बुधवार को कोल्लुरु स्थित पशु चिकित्सालय गई थीं. उन्होंने अपनी स्कूटी को शादनगर के टोल प्लाजा के पास पार्क कर दिया था. रात में जब वह लौटी रही थी तो उनकी स्कूटी खराब हो गई. इसके बाद उन्होंने अपनी बहन को फोन किया और इसकी जानकारी दी. उन्होंने बहन से कहा कि मुझे डर लग रहा है. इस पर बहन ने उन्हें टोल प्लाजा जाने और कैब से आने की सलाह दी थी. लेडी डॉक्टर ने कहा कि कुछ लोगों ने मदद की पेशकश की है और थोड़ी देर बाद कॉल करती हूं. इसके बाद उनका मोबाइल फोन स्विच ऑफ हो गया. परिजनों ने शादनगर टोल प्लाजा के पास लेडी डॉक्टर की खोजबीन की लेकिन वह नहीं मिलीं. सुबह शादनगर के अंडरपास के पास उसकी जली हुई लाश मिली.