पूरा देश इस समय कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ रहा है और ऐसे में कई अस्पतालों में बदइंतजामी की तस्वीरें सामने आती रहती हैं. ऐसे में इटावा जनपद के एक अस्पताल में भी आइसोलेशन वार्ड की अव्यवस्था के मुद्दे को आपके अपने चैनल आज तक ने उठाया था जिसके बाद वहां अब सुधार देखा जा रहा है. (इनपुट - अमित तिवारी)
आज तक पर खबर चलने के बाद उसका असर ये हुआ कि इटावा के डॉ भीमराव अंबेडकर संयुक्त जिला अस्पताल में बने 100 बेड के एमसीएच विंग में अब मरीजों को बेहतर सुविधा मिल रही है. आज तक पर खबर प्रसारित होने के बाद व्यवस्था में बड़ा बदलाव देखा गया गया. जिस प्रकार से मरीजों को वहां परेशानी हो रही थी, टॉयलेट की दिक्कत और गंदगी का अंबार लगा हुआ था उसे अब ठीक कर दिया गया है.
कोरोना आइसोलेशन वार्ड में इस वक्त 57 मरीज भर्ती हैं और इन सभी को आइसोलेशन वार्ड के थर्ड फ्लोर पर रखा गया है. ऊपर बने सभी टॉयलेट और बाथरूम खोल दिए गए हैं और साफ सफाई की समुचित व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही इटावा नगरपालिका के मोबाइल टॉयलेट भी तीमारदारों के लिए अस्पताल के बाहर लगाए गए हैं. वही मरीजों और तीमारदारों के लिए राहत शिविर भी चलाए जा रहे हैं जिसमें खाने की मुफ्त व्यवस्था की गई है.
सीएमएस अशोक कुमार ने बताया कि इस वक्त आइसोलेशन वार्ड में 57 मरीज भर्ती हैं और हमारे यहां सभी वेंटिलेटर चल रहे हैं. जो भी मरीज वेंटिलेटर के लिए रेफर किया जाता है तो उनका वेंटिलेटर पर ही इलाज किया जाता है. साफ-सफाई बनाए रखने के लिए एक बड़ी टीम काम कर रही है.
वहीं एक मरीज की तीमारदार कंचन तिवारी ने बताया कि पहले टॉयलेट की बड़ी समस्याएं थी लेकिन अब इस दूर कर दिया गया है. अब जिला अस्पताल के सभी टॉयलेट और बाथरूम खोल दिए गए हैं और साफ सफाई की भी अच्छी व्यवस्था की गई है. अस्पताल के गेट पर मोबाइल टॉयलेट भी बनाए गए हैं और यह सब आज तक पर खबर चलने के बाद हुआ है.
वहीं एक अन्य मरीज के तीमारदार आशीष कुमार ने बताया कि तीसरी मंजिल पर मरीज को रखा गया है. ऊपर से नीचे ऑक्सीजन लाने ले जाने में बड़ी कठिनाई होती है. उन्होंने कहा जबकि इस काम के लिए वार्ड ब्वॉय हैं लेकिन फिर भी हम लोगों को करना पड़ रहा है.
मरीज की तीमारदार इरम फातिमा ने बताया कि डॉक्टर की टीम भी अब समय से इलाज कर रही है, लगातार दवाइयां दे रही हैं और ऑक्सीजन बेड साफ सफाई, स्वच्छता और टॉयलेट सभी सुचारू रूप से काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा आज तक पर खबर दिखाए जाने के बाद ये व्यवस्था की गई है.
वहीं कोविड-आइसोलेशन वार्ड के सुपरवाइजर डॉ आशीष का कहना है कि यहां पर पिछले 7 दिनों में 34 मरीजों की मृत्यु हुई है. जिनकी मौत हुई है उनके परिजनों को डेथ सर्टिफिकेट दे दिए गए हैं. इसके साथ ही 20 मरीजों को सैफई मेडिकल कॉलेज में बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया है.