बांग्लादेशी-ब्रिटिश नागरिक शमीमा बेगम हाल ही में अपने मेकओवर के बाद सुर्खियों में हैं. वे पारंपरिक इस्लामिक बुर्के की जगह शेड्स पहने हुए और टी-शर्ट पहने हुए नजर आईं. शमीमा 15 साल की उम्र में ब्रिटेन छोड़कर सीरिया चली गई थीं. संडे टेलीग्राफ में छपी इन तस्वीरों में बेगम सनग्लासेस, टी-शर्ट, ब्लैक जींस, जिप-अप स्वेटर और व्हाइट शूज में नजर आ रही हैं. (फोटो क्रेडिट: रायटर्स और एएफपी)
शमीमा अपने साथ दो दोस्तों को सीरिया लेकर गई थीं. कदिजा सुल्ताना और अमीरा अबासे के बारे में कहा जा रहा है कि इन दोनों की मौत हो चुकी है. ईस्ट लंदन में रहने वाली बेगम ने डच आईएसआईएस फाइटर के साथ शादी रचाई थी. शमीमा ने सीरिया जाकर अपने स्तर पर आईएसआईएस की मदद भी की थी. इस महिला के दो बच्चे भी थे लेकिन दोनों की मौत हो चुकी है. (फोटो क्रेडिट: एएफपी)
जब शमीमा रिफ्यूजी कैंप में थीं तो वे तीसरी बार प्रेग्नेंट हुई थीं लेकिन रिफ्यूजी कैंप में उनके इस बच्चे की भी मौत हो गई थी. शमीमा पिछले दो सालों से एल-रोज नाम के कैंप में रह रही हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, इन तस्वीरों के सहारे बेगम ये साबित करना चाहती हैं कि वे अपने बीते दौर को छोड़ चुकी हैं और एक नई जिंदगी की शुरूआत करना चाहती हैं. (फोटो क्रेडिट: रायटर्स)
हालांकि शमीमा के लिए हालात बेहद चुनौतीपूर्ण हैं और उनके लिए ब्रिटेन आना आसान नहीं होगा. ब्रिटेन के कुछ अखबारों में शमीमा के ब्रिटेन छोड़कर सीरिया जाने की काफी आलोचना की गई थी. इसके बाद साल 2019 में शमीमा की सिटिजनशिप को नेशनल सिक्योरिटी का हवाला देते हुए छीन लिया था. पिछले महीने ही यूके की सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि वे वापस ब्रिटेन नहीं आ सकती हैं. (फोटो क्रेडिट: एएफपी)
वही इस मामले में शमीमा के वकील के अलावा ब्रिटिश इंडियन मूर्तिकार अनीश कपूर भी शमीमा के समर्थन में हैं. उन्होंने कहा है कि शमीमा को ब्रिटिश नागरिकता वापस ना मिलना साबित करता है कि उनके साथ नस्लभेद हो रहा है क्योंकि अगर इसी तरह की हरकत चार व्हाइट स्कूल गर्ल्स ने की होती तो शायद ब्रिटेन का प्रशासन इतना सख्त एक्शन नहीं लेता और ब्रिटेन अब अपने नागरिकों को ही बांटने की कोशिश कर रहा है. (फोटो क्रेडिट: रायटर्स)