Advertisement

ट्रेंडिंग

लाहौर समेत दुनिया के 32 शहरों पर ISRO सैटेलाइट्स की नजर!

aajtak.in
  • 07 दिसंबर 2019,
  • अपडेटेड 9:53 AM IST
  • 1/7

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन - इसरो (Indian Space Research Organization - ISRO) सिर्फ रॉकेट के जरिए उपग्रह छोड़ने का ही काम नहीं करता, बल्कि देश और समाज के विकास में भी मदद करता है. चाहे वह शिक्षा हो, ढांचागत विकास हो, रक्षा हो या आपदा से लोगों बचाना. इसरो के इस काम में सबसे ज्यादा मदद करता है इसरो का हैदराबाद स्थित नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर (NRSC).

  • 2/7

आखिर काम क्या है NRSC का?

NRSC देश के सभी मंत्रालयों, विभागों और रक्षा इकाइयों को जरूरी नक्शे और सैटेलाइट इमेज दिलाता है. ताकि वे अपनी जरूरतों के अनुसार उनका उपयोग कर सकें. ये विकास के लिए भी हो सकते हैं. प्लानिंग या आपदा में भी मदद करते हैं.

  • 3/7

इन तस्वीरों का किया क्या जाता है?

NRSC से मिली तस्वीरों के जरिए जमीन की स्थिति, उसकी संरचना, शहरी और ग्रामीण इलाकों का नक्शा बनाने, कृषि, ई-गवर्नेंस, जंगल, पर्यटन, जीआईएस, सूखा, बाढ़, ग्लेशियर आदि के बारे में जानकारी मिलती है.

Advertisement
  • 4/7

NRSC का भुवन प्लेटफॉर्म करता है मदद

NRSC का भुवन प्लेटफॉर्म देश के सैकड़ों विभागों को उनकी प्लानिंग में मदद करता है. इसके लिए यह ओशनसैट-1, 2, आईआरएस पी6, रिसोर्ससैट, कार्टोसैट-1 और कार्टोसैट-2 सैटेलाइट्स की मदद लेता है. इनकी मदद से बनने वाले नक्शे और चित्रों के जरिए ही देश के ढांचागत विकास कार्यक्रमों की नींव रखी जाती है.

  • 5/7

दूसरे देशों पर क्यों रखी जाती है नजर?

कई बाद दूसरे छोटे देश भारत से मदद मांगते हैं ताकि उनके विकास कार्यों में बेहतरी आ सके. इसके लिए वे इसरो के NRSC सेंटर से मदद मांगते हैं. तब ऐसे में इसरो अपने सैटेलाइट्स का मुंह उन शहरों की तरफ मोड़ देते हैं. लेकिन ये जरूरत पड़ने पर ही किया जाता है.

  • 6/7

देश के 440 शहरों पर रखी जाती है नजर

भारत में 440 शहरों के लिए NRSC के भुवन प्लेटफॉर्म पर अभी विकास कार्य चल रहे हैं. इनके अलावा दुनियाभर के 34 शहर हैं, जहां इसरो अपने उपग्रहों के जरिए नजर रखता है या उन शहरों की विकास कार्यों को लेकर मदद की है. ये सभी जानकारी जियोस्पेशियल मीडिया एंड कम्युनिकेशन द्वारा आयोजित जियोस्मार्ट इंडिया कार्यक्रम में मिली है.

Advertisement
  • 7/7

दुनिया के ये 32 शहर हैं हमारी नजर में

अबू धाबी, अल-बसरा, कुवैत, चित्तेगॉन्ग, कोलंबो, ढाका, एल-पासो, काश्ल, काठमांडू, खुलना, कुमिंग, लाहौर, मंडाले, यंगून, तबरीज, थिंपू, उरुक्मी, डर्बन, सैन जोस, अल्जीरिया, एथेंस, केपटाउन, दुबई, मस्कट, पर्थ, रियो डी जनेरो, विएना, असमारा, एल-ओबीड, जोहानिसबर्ग, अंतोफागस्ता और लिस्बन. (सभी फोटो इसरो)

Advertisement

लेटेस्ट फोटो

Advertisement