मध्य प्रदेश के श्योपुर में लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाकर लोगों का इलाज करने वाले दो झोलाछाप डॉक्टरों की जब पोल खुली तो लोग हैरान रह गए. दरअसल, बीटेक की डिग्री रखने वाला शख्स फर्जी डॉक्टर बनकर लोगों का इलाज कर रहा था.
श्योपुर जिले के कराहल के बीएमओ लोगों की शिकायत मिलने के बाद दो झोलाछाप डॉक्टरों के क्लीनिक पर पहुंचे तो चौंक गए. वहां 30-40 मरीजों की भीड़ लगी हुई थी और फर्जी डॉक्टर उनका इलाज भी कर रहा था. इन लोगों को लॉकडाउन तक की परवाह नहीं थी.
जब बीएमओ ने फर्जी डॉक्टर से पूछा कि आप कौन सी बीमारी का इलाज करते हैं तो झोलाछाप डॉक्टर ने पूरे आत्मविश्वास के साथ उल्टा सवाल दागा, मैं हर बीमारी का इलाज करता हूं, आपको कौन सी बीमारी है?
जब अधिकारी ने सख्ती से पूछा कि आपके पास कौन सी डिग्री है तो उस नकली डॉक्टर के तेवर ढीले पड़ गए और वो मिमियाने लगा. डरते डरते जवाब दिया-बीटेक की.
झोलाछाप डॉक्टर का नाम महेश कुशवाहा बताया जा रहा है. बीएमओ डॉ विजेंद्र रावत ने उस झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसके क्लीनिक को सील कर दिया. इसके साथ ही दूसरे नकली डॉक्टर रामदीन कढ़ेरा के क्लीनिक को भी बंद करा दिया गया.
दरअसल झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कई शिकायत मिल रही थीं. इन्हीं के आधार पर ये छापा मारा गया. दोनों फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ पुलिस में भी शिकायत दी गई है. आसपास के लोगों को भी आगाह किया गया है कि वे इन झोलाछाप डॉक्टरों के झांसे में आकर अपनी जान को जोखिम में न डालें.