कोरोना महामारी को लेकर लगभग सभी रिसर्चों और स्वास्थ्य अधिकारियों की तरफ से सार्वजनिक रूप से फेस मास्क पहनने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है लेकिन कुछ ऐसे लोग भी हैं जो पूरी तरह वैज्ञानिक तर्कों को नकारते हुए अतार्किक बहाने बनाकर मास्क नहीं पहनना चाहते हैं. (सांकेतिक तस्वीर/Getty)
कोरोना अभी भी अपनी अगली लहर की तरफ बढ़ रहा है और इस महमारी में 18 महीने बीत जाने के बाद भी दुनिया के कई हिस्सों में मास्क पहनना अनिवार्य है. लेकिन सिंगापुर में एक व्यक्ति ने जब ऐसा करने से इनकार कर दिया तो उसे इलाज के लिए पागलखाना भेज दिया गया. (सांकेतिक तस्वीर/Getty)
सिंगापुर में अभी कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जा रहा है. वहां कोरोना एसओपी और विशेष रूप से फेस मास्क की बात आती है तो उसमें ढिलाई बरतने वालों को बख्शा नहीं जाता है. (सांकेतिक तस्वीर/Getty)
ब्रिटिश नागरिक और दो बच्चों के पिता बेंजामिन ग्लिन ने सिंगापुर में एक ट्रेन यात्रा के दौरान मास्क पहनने से इनकार कर दिया और तर्क दिया कि मास्क कोरोना को रोकने या बचाने में पूरी तरह विफल है. उन्होंने कहा इसलिए सिंगापुर में अपने कार्यालय जाते समय ट्रेन में मास्क पहनना जरूरी नहीं समझा. (सांकेतिक तस्वीर/Getty)
ट्रेन में बिना मास्क के यात्रा कर रहे ग्लिन का किसी ने वीडियो बना लिया जो वहां सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वीडियो को ऑनलाइन शेयर किए जाने के कुछ ही घंटों बाद 40 साल के ग्लिन को गिरफ्तार कर लिया गया और उनपर चार आपराधिक आरोप लगाए गए. इनमें से एक उचित कारणों के बिना मास्क पहनने में विफल होना भी शामिल था. (सांकेतिक तस्वीर/Getty)
मामले की सुनवाई के बाद कोर्ट ने ग्लिन को मानसिक स्वास्थ्य अस्पताल में इलाज के लिए भेज दिया. ग्लिन एक ब्रिटिश भर्ती कंपनी की सिंगापुर शाखा के लिए काम करते हैं और 2017 से वहीं रहते हैं. (सांकेतिक तस्वीर/Getty)
अदालत में पेश होने के बाद ग्लिन ने कहा कि उनके खिलाफ सभी आरोप 'बकवास' हैं और अदालत की कार्यवाही को 'बेतुका' और 'घृणित' बताया. उन्होंने कहा, "मैं इस बात से निराश हूं कि सिंगापुर की न्यायिक प्रणाली ने मेरे और मेरे परिवार के साथ कैसा व्यवहार किया है." (सांकेतिक तस्वीर/Getty)