एक शख्स को अपने ही गांव की लड़की से प्यार हुआ. दो साल तक दोनों के बीच मोहब्बत का सिलसिला चला. जब वे शादी करने के लिए तैयार हुए तो लड़की का परिवार इस शादी के खिलाफ हो गया. इसके बाद प्रेमी जोड़ा थाने में पहुंचा तो ऐसी स्थिति बनी कि थाने में ही दोनों का निकाह करना पड़ा.
बिहार के खगड़िया में एक-दूजे से प्रेम करने वाले एक जोड़ी को प्यार का मंजिल आखिरकार मिल ही गई. लड़की के माता-पिता के विरोध के सामने प्रेमी जोड़े का प्यार भारी पड़ा और रविवार रात में प्रेमी जोड़ा हमेशा के लिए एक दूजे का हो गया. लड़का-लड़की के परिजनों के सामने थाना परिसर में दोनों का निकाह हुआ और दुआ देने के लिए ग्रामीण और पुलिसकर्मी मौजूद थे. मामला खगड़िया जिले के मानसी थाने का है.
दरअसल, मानसी थाना के खिरनिया गांव के सद्दाम हुसैन को गांव की साजमा खातून से प्यार हो गया. दोनों का प्यार इतना गहरा हो गया कि दोनों ने एक-दूसरे को अपना जीवन साथी बनाने का फैसला कर लिया.
लड़की के माता-पिता को यह रिश्ता मंजूर नहीं था. लिहाजा मामला मानसी थाने में पहुंचा. थाने में इस मामले को लेकर घंटों जिरह हुई. जिरह के बाद दोनों का निकाह कराने का पंचायत ने निर्णय लिया. थाने में ही मुस्लिम रीति-रिवाज के तहत प्रेमी जोड़े की शादी हुई.
निकाह समारोह में पुलिस से लेकर ग्रामीण और प्रेमी जोड़े के परिजन मौजूद रहे. इन सब के बीच प्रेमी जोड़े ने कहा कि इस निकाह से वे बेहद खुश हैं. उन्हें उनकी मंजिल मिल गई. इस तरह प्रेमी जोड़े का पुलिस की मदद से थाने में ही निकाह संपन्न हुआ.