अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) का कार्गो शिप (Cargo Ship) स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष में अटक गया है. पहले इसे 3 जनवरी को जमीन पर उतरना था लेकिन अब यह 5 जनवरी को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से रवाना होगा और 7 जनवरी को पृथ्वी लौटेगा. इस कार्गो शिप में ढेर से सारे वैज्ञानिक प्रयोगों के उपकरणों के अलावा एक चूहा भी है. आखिर क्या कारण था जिसकी वजह से स्पेसएक्स ड्रैगन कार्गो शिप की पृथ्वी पर वापसी रूक गई है?
कहां उतरना था ड्रैगन कार्गो शिप को
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का कार्गो शिप स्पेसएक्स ड्रैगन 7 तारीख को सुबह करीब पौने 11 बजे अमेरिका के कैलिफोर्निया के लॉन्ग बीच से दक्षिण-पश्चिम में प्रशांत महासागर में उतरेगा. (फोटोः नासा)
5 जनवरी को चलेगा स्पेस स्टेशन से
नासा का यह कार्गो शिप स्पेसएक्स ड्रैगन 5 जनवरी को रात 9.15 बजे स्पेस स्टेशन से रवाना होगा. लेकिन इसे पृथ्वी तक आने में दो दिन लग जाएंगे. यह सीधे पृथ्वी की तरफ नहीं आएगा. बल्कि, यह पृथ्वी के चक्कर लगाते हुए कैलिफोर्निया के लॉन्ग बीच से दूर प्रशांत महासागर में गिरेगा. (फोटोः नासा)
अभी कहां अटका है यह कार्गो शिप?
अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (International Space Station - ISS) के कनाडा आर्म-2 में अटका हुआ है. इस आर्म के जरिए ही कार्गो शिप या अन्य एस्ट्रोनॉट्स के शिप को स्पेस स्टेशन से जोड़ा जाता है. इसी के जरिए स्पेस स्टेशन पर डॉकिंग होती है. (फोटोः नासा)
जानिए...क्या-क्या हैं कार्गो शिप में
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) का कार्गो शिप (Cargo Ship) स्पेसएक्स ड्रैगन में 3600 पाउंड यानी 1632 किलोग्राम के बेहद जरूरी वैज्ञानिक उपकरण, प्रयोगशालाओं में उपयोग किया गया केमिकल आदि है. साथ ही इसमें एक चूहा, खराब बैटरियां और एक माइक्रोस्कोपिक जीव भी है. इस शिप में भेजा जाने वाला सामान एस्ट्रोनॉट्स क्रिस्टीना कोच और जेसिका मीर ने रखा था. दोनों अभी स्पेस स्टेशन पर ही हैं. (फोटोः नासा)
रेडिएशन से लड़ने वाला केमिकल भी
इसी कार्गो शिप में रेडिएशन से लड़ने वाला केमिकल भी रखा है. जिससे यह पता चलेगा कि पृथ्वी के इंसानों पर कम तीव्रता के रेडिएशन का क्या असर होता है और उसे इससे बचने के लिए क्या-क्या करना होगा. (फोटोः नासा)
कार्गो शिप में एक चूहा भी है
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) का कार्गो शिप (Cargo Ship) स्पेसएक्स ड्रैगन में एक चूहा भी है. इसे इसलिए स्पेस स्टेशन पर भेजा गया था ताकि अंतरिक्ष में रहने के दौरान इसके शरीर पर होने वाले बदलावों का अध्ययन किया जा सके. इसका फायदा यह होगा कि पृथ्वी पर मांसपेशियों और हड्डियों से जुड़ी बीमारियों का इलाज आसान हो पाएगा. (फोटोः नासा)
माइक्रोस्कोपिक जीव भी फंस गया अंतरिक्ष में
माइक्रोस्कोपिक जीव एदिनेटा वागा भी इस कार्गो शिप में है. नासा के वैज्ञानिकों ने इसे अंतरिक्ष स्टेशन पर इसलिए भेजा था ताकि यह जांच की जा सके कि इसके ऊपर रेडिएशन का क्या असर होता है. ये वहां के माहौल से कितना सुलभ हो पाते हैं. (फोटोः नासा)
आखिर अटका क्यों है अंतरिक्ष में?
इस समय कैलिफोर्निया के ऊपर का मौसम ठीक नहीं है. इस वजह से स्पेस एक्स की वापसी चार दिनों के लिए रोक दी गई है. अमेरिकी मौसम विभाग के अनुसार लैंडिंग के लिए कैलिफोर्निया के पास के प्रशांत महासागर में मौसम बेहद खराब है. ऐसे में कार्गो शिप को ज्यादा नुकसान हो सकता है. (फोटोः नासा)