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पहले मां लापता अब पिता ने छोड़ा साथ, चार मासूमों पर टूटा कहर

मनोज कुमार सिंह
  • 26 जून 2020,
  • अपडेटेड 11:11 PM IST
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बिहार के सासाराम से एक बेहद मार्म‍िक मामला सामने आया है. सासाराम  के कोडर के रहने वाले सुरेंद्र मिश्रा नाम के शख्स की 23 मई को अचानक मौत हो गई. स्थानीय लोगों के मुताब‍िक, 3 साल पहले सुरेंद्र की पत्नी अपने चारों बच्चों को छोड़कर कहीं चली गई थी. उसके बाद से आजतक नहीं लौटी. अब पिता की मौत के बाद से पिछले एक महीने से चारों बच्चे अनाथ हो गए हैं. अब इनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है.

(Photo Aajtak)

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सुरेंद्र मिश्रा मजदूरी कर अपने बच्चों का भरण पोषण करते थे, लेकिन लॉकडाउन की वजह से उनके पास काम नहीं था और अचानक ही उनकी मौत हो गई. इन मासूम बच्चों की मां का अब तक पता नहीं चल पाया था है और अब सि‍र से पिता का साया भी उठ गया है. ऐसे में अब इन बच्चों पर दुखों का पहाड़ टूट गया है.

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इन चार भाई-बहनों में जयकिशन 9 साल का है, तो नंदिनी 8 साल से भी कम की है. वहीं स्वीटी 6 साल की है और सबसे छोटा प्रिंस 4 साल का है. ज‍िसे यह समझ में भी नहीं आता है कि उसके मम्मी-पापा कहां हैं. वह अपने आप में मुस्कुराता भी है, लेकिन उसे यह समझ नहीं कि वह किस हालात से गुजर रहा है.

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पिता के जाने के बाद इन बच्चों के पास झोपड़ीनुमा मिट्टी का मकान छोड़कर कुछ भी नहीं है. बच्चों के रिश्तेदार भी आर्थिक रूप से इतने कमजोर हैं कि वे भी इनकी मदद नहीं कर सकते. वहीं, मामला सामने आने के बाद फ‍िलहाल गांव के आसपास के कुछ समाजसेवी इन बच्चों का ख्याल रख रहे हैं.

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गांव के लोग बच्चों के दूर के रिश्तेदारों से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं. जो इन बच्चों की देखभाल कर सकें. गांव के लोग थोड़ी बहुत मदद कर देते हैं. किसी तरह से इन मासूम बच्चों का गुजारा चल रहा है. लेकिन ऐसे में सवाल उठ रहा है कि कब तक इन बच्चों का हाल ऐसा रहेगा. इन्हें अभी तक कोई भी सरकारी मदद नहीं मिली है. जो इनके भविष्य को संवार सके.

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पिता के जाने के बाद इन बच्चों के पास मात्र झोपड़ी नुमा मिट्टी का मकान बचा है. ऐसे में आगे चलकर इन बच्चों के लिए और मुसीबत खड़ी हो सकती है. गांव वालों ने इस बच्चों का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाला था. जिससे इनकी कुछ मदद हो सके. अब कुछ सरकारी और गैरसरकारी संस्थाएं इन बच्चों की मदद के लिए सामने आई हैं.
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