हाल ही में कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया बड़ौदा के गायकवाड़ परिवार की राजकुमारी हैं. कभी देश की 50 खूबसूरत महिलाओं में शामिल हो चुकीं प्रियदर्शिनी राजे अब क्या करती हैं, आइए उनके बारे में जानते हैं.
(तस्वीरें-फेसबुक)
ज्योतिरादित्य की पत्नी प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया मीडिया से दूर ही
रहती हैं. प्रियदर्शिनी का जन्म गुजरात के बड़ौदा में गायकवाड़ मराठा
राजघराने में हुआ था. ज्योतिरादित्य की पत्नी के साथ-साथ उनके बच्चों के
बारे में कम ही लोग जानते हैं.
प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया सामाजिक
कामों से भी जुड़ी रहती हैं. सिंधिया घराने का सारा कामकाज अकेले
प्रियदर्शिनी ही देखती हैं. उनके और ज्योतिरादित्य के 2 बच्चे हैं, लड़के का
नाम है महाआर्यमन सिंधिया जबकि लड़की का नाम अनन्या है.
प्रियदर्शिनी
के पिता कुमार संग्राम सिंह गायकवाड़ बड़ौदा के राजा प्रताप सिंह गायकवाड़
के बेटे हैं. उनकी मां भी नेपाल के राजघराने से ताल्लुक रखती हैं.
प्रियदर्शनी
ने कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी स्कूल से पढ़ाई की है. इस स्कूल को मुंबई
में फोर्ट कॉन्वेंट के रूप में भी जाना जाता है. स्कूल की पढ़ाई पूरी होने
के बाद उन्होंने मुंबई में सोफिया कॉलेज फॉर वूमेन में ए़डमिशन लिया था.
प्रियदर्शनी
राजे ने दिसंबर 1994 में ज्योतिरादित्य सिंधिया से शादी की थी. यह एक
अरेंज मैरिज थी. ज्योतिरादित्य ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वह पहली बार
प्रियदर्शनी राजे से दिसंबर 1991 में दिल्ली में एक कार्यक्रम में मिले
थे. उस समय ज्योतिरादित्य अमेरिका में रहते थे, जबकि प्रियदर्शनी मुंबई में
थीं.
ज्योतिरादित्य ने कहा था कि मैं पहले दिन से ही जानता था कि
प्रियदर्शनी मेरे लिए ही बनी हैं, वही एक हैं जिससे मैं शादी करना चाहूंगा.
2008 में, प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया को Verve की 'बेस्ट ड्रेस्ड - 2008' की लिस्ट में शामिल किया गया था. जबकि साल 2012 में, उन्होंने फेमिना की भारत की 50 सबसे खूबसूरत महिलाओं की लिस्ट में जगह बनाई थी.
ज्योतिरादित्य और प्रियदर्शनी के ग्वालियर के महल का नाम 'जयविलास' है.
प्रियदर्शनी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि किसी भी महल में रहना एक फुलटाइम
जॉब के बराबर है.
सिंधिया के लिए कर चुकी हैं प्रचार:
प्रियदर्शनी
ने 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान प्रचार भी किया था. चुनावों के दौरान वे
सिंधिया की गुना सीट पर कई जगहों पर प्रचार करने पहुंची थीं. हालांकि इस
चुनाव में सिंधिया हार गए थे.
प्रियदर्शिनी के चुनाव लड़ने की भी थीं खबरें:
लोकसभा
चुनाव के दौरान प्रियदर्शनी राजे सिंधिया के चुनाव लड़ने की भी खबरें आईं थीं. हालांकि इस बारे में सिंधिया परिवार की तरफ से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं
आया था.
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सिंधिया को बीजेपी में लाने में प्रियदर्शिनी के मां की अहम भूमिका:
कुछ लोगों का यह भी मानना है कि सिंधिया को बीजेपी में लाने में बड़ौदा राजपरिवार की महारानी राजमाता शुभांगिनी देवी ने भी महत्वपूर्ण रोल अदा किया. बता दें कि शुभांगिनी देवी प्रियदर्शिनी की बड़ी मां हैं.
सिंधिया की ससुराल बड़ौदा राजघराने में है. बड़ौदा राजपरिवार की
महारानी राजमाता शुभांगिनी देवी गायकवाड़ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और
ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच मध्यस्थता कराने में अहम भूमिका निभाई है.
दरअसल,
बड़ौदा की महारानी का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अत्यधिक सम्मान करते हैं
और उनसे उनके अच्छे ताल्लुकात हैं. राजमाता शुभांगिनी देवी गायकवाड़ ने
सिंधिया और बीजेपी नेतृत्व के बीच बातचीत का रास्ता तैयार किया.
बता दें कि मध्य प्रदेश में सिंधिया के 22 समर्थक विधायकों ने भी इस्तीफा दिया है, जिसके बाद कमलनाथ सरकार की सत्ता से विदाई तय मानी जा रही है. हालांकि, कमलनाथ और दिग्विजय सिंह सहित कांग्रेस के दिग्गजों ने सरकार बचाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है.