एक ओर कोरोना से पूरी दुनिया में हाहाकार मचा है तो दूसरी ओर कुछ ऐसे लोग भी हैं जो कोरोना के नाम पर अपनी दुकानें चलाने में लगे हैं. कुछ दिन पहले ही एक बाबा 11 रुपये में कोरोना को दूर भगाने का ताबीज बेचते हुए गिरफ्तार किया गया है. ऐसा ही एक मामला मंगलवार को मेरठ के कलेक्ट्रेट में देखने को मिला जहां एक चाय वाला अपनी चाय को कोरोना से बचाने वाली चाय का दावा कर 10 रुपये में बेच रहा था.
उसका दावा है कि यह चाय कोरोना को दूर भगा देगी लेकिन आखिरकार बातों-बातों में उसने बता ही दिया कि वह कोरोना के नाम पर चाय बेच रहा है और पैसे कमा रहा है.
मेरठ के कलेक्ट्रेट में भूरे नाम का एक शख्स लेमन टी बेचकर यह दावा कर रहे हैं कि उनकी चाय कोरोना वायरस से पूरी तरह से बचाव करेगी और यह चाय महज 10 रुपये की है. आवाज लगा-लगा कर चाय बेच रहे भूरे इस बात का दावा कर रहा है कि इस चाय में जो मसाला और नींबू है, उससे कोरोना वायरस अटैक नहीं कर सकता है.
यही वजह है कि उनकी आवाज को सुनने के बाद वहां लोग आ रहे हैं और भूरे की चाय को पी रहे हैं. जब आजतक की टीम ने भूरे से बात की और परत दर परत कोरोना वायरस को लेकर के सवाल पूछने शुरू किए तो अंत में भूरे भाई टूट गए और कहने लगे कि यह तो चाय बेचने का नुस्खा है.
चाय वाले का कहना है कि वह 15 साल से कलेक्ट्रेट में चाय बेच रहा है. उसने सोमवार से कोरोना के नाम पर चाय बेचनी शुरू कर दी. अपनी बिक्री कराने के लिए उसने कोरोना का नाम इस्तेमाल किया है. वहीं, इस चाय को पीने वाले लोगों का कहना है कि उन्होंने कोरोना से बचाव का सुना तो उन्होंने चाय पी. हालांकि, लोगों का यह भी मानना है कि लोग अब कोरोना से मार्केटिंग करने में लगे हैं और उसके नाम से पैसा भी कमा रहे हैं.