तमिलनाडु से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है जहां बंदरों का झुंड 70 साल की महिला की झोपड़ी में घुस गया. फिर बंदरों ने उसकी झोपड़ी से सोने की ज्वेलरी सहित 25,000 की नकदी उठा ले गए. वहीं, महिला ने उन बदंरों का पीछा भी किया लेकिन वह ज्वेलरी और पैसे लेकर मौके से भाग गए.
ये मामला तमिलनाडु के तंजावुर जिले में तिरुवयारु के पास वीरमंगुडी का है. महिला का नाम जी सरथम्बल है. वह कुथिराई कोइल स्ट्रीट में एक झोपड़ी बना कर रह रही थी. उसका कहना है जब यह हादसा हुआ तो वह अपनी झोपड़ी के सामने कपड़े धो रही थी.
कुछ बंदर उसकी झोपड़ी में घुस गए और केले के साथ बाल्टी में रखा चावल का एक थैला ले गए. महिला ने चावल की थैली में अपनी जिदंगी भर की बचत राशि रखी थी. जब महिला को पता चला कि बंदर उसकी सोने की ज्वेलरी और 25,000 रुपये की नकदी ले उड़े हैं, तो उसने पास के सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) की छत तक बंदरों का पीछा किया.
कथित तौर पर बंदरों ने स्वास्थ्य केंद्र की छत पर बैठकर फल और चावल खाना शुरू कर दिया. जब स्थानीय लोगों ने महिला के सामान को वापस लेने की कोशिश की, तो बंदर अपने साथ बैग लेकर मौके से भाग गए.
ग्रामीणों का कहना है कि महिला ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (MGNREGA) के तहत खेतों में मजदूरी का काम करके ये पैसे कमाए थे, जिसमें से कुछ पैसों की बचत करके उसने गहने खरीदे थे. बुजुर्ग महिला ने आपातकालीन स्थितियों के लिए गहने और पैसे बचाए थे. ग्रामीणों का कहना है चूंकि बंदर गांव की गलियों में अक्सर घुसते रहते हैं, जिसके चलते स्थानीय लोगों ने की मांग है कि उन्हें पकड़ा जाए और उन्हें वन क्षेत्र में छोड़ा जाए.