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सिर्फ पृथ्वी ही नहीं, इन 6 ग्रहों पर भी लगता है सूर्य ग्रहण

aajtak.in
  • 26 दिसंबर 2019,
  • अपडेटेड 9:11 AM IST
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ब्रह्मांड में सिर्फ पृथ्वी ही एक ऐसा ग्रह है जहां सबसे ज्यादा सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण देखने को मिलता है. लेकिन हमारे सौर मंडल में कई ऐसे अन्य ग्रह भी हैं जहां सूर्य ग्रहण देखने को मिलता है. लेकिन इनकी दूरी और उनके चंद्रमा का आकार छोटा होने की वजह से ये ज्यादातर आंशिक ही रहता है. आइए जानते हैं पृथ्वी के अलावा अन्य ग्रहों के सूर्य ग्रहण के बारे में...

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मंगल ग्रह पर सूर्य ग्रहण...

मंगल ग्रह पर सूर्य ग्रहण एक छोटे से धब्बे जैसा दिखता है. क्योंकि मंगल ग्रह के दो चांद है - फोबोस और डीमोस, जो काफी तेजी से मंगल ग्रह का चक्कर लगाते हैं. इसलिए ये ग्रहण ज्यादा देर तक नहीं रहता. मंगल पर पिछला सूर्य ग्रहण 20 अगस्त 2013 में हुआ था. (फोटोः नासा)

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बृहस्पति पर तीन सूर्य ग्रहण एकसाथ

बृहस्पति ग्रह पर वैसे तो कुल मिलाकर 69 चंद्रमा हैं. लेकिन इनमें से सिर्फ पांच चंद्रमा ऐसे हैं जो ग्रहण जैसे हालात पैदा करते हैं. ये हैं - एमलथिया, लो, गैनीमेडे, यूरोपा और कैलिस्टो. इनमें से एक बार में तीन ही सूर्य और बृहस्पति के बीच आकर ग्रहण बनाते हैं. ऐसा 10 साल में एक बार ही होता है. आखिरी बार ऐसा 28 मार्च 2004 में हुआ था. (फोटोः नासा)

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शनि पर जब पड़ती है सूर्य की नजर

शनि ग्रह के पास 62 बड़े चंद्रमा हैं जो पूर्ण सूर्य ग्रहण बना सकते हैं. लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि ज्यादा चंद्रमा है तो ज्यादा ग्रहण होगा. शनि ग्रह पर 15 साल में एक बार सूर्य ग्रहण होता है. आखिरी बार ऐसा 15 सितंबर 2006 को हुआ था. (फोटोः नासा)

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यूरेनस पर भी बनता है काला धब्बा

यूरेनस पर 27 चंद्रमा हैं. लेकिन इनमें आधे से ज्यादा आकार में बेहद छोटे हैं. ये इतनी दूरी है कि पूर्ण सूर्य ग्रहण की कोई संभावना नहीं है. यहां हर 42 साल में एक बार सूर्य ग्रहण होता है. वह भी एक छोटे काले धब्बे जैसा दिखता है. (फोटोः नासा)

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नेपच्यून का सूर्य ग्रहण कुछ सेकंड में खत्म हो जाता है

नेपच्यून के पास 6 चंद्रमा हैं. लेकिन नेपच्यून सूर्य से इतनी ज्यादा दूरा है कि यहां सूर्य ग्रहण की उम्मीद बेहद कम रहती है. यहां सूर्य ग्रहण कुछ सेकंड में खत्म हो जाता है. (फोटोः नासा)

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सबसे छोटे प्लूटो पर लगता है ग्रहण

हर 120 साल में प्लूटों पर सूर्य ग्रहण लगता है. प्लूटो का चांद चेरॉन पूर्ण सूर्यग्रहण लगाने में सक्षम है. (फोटोः नासा)

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बुध ग्रह पर सूर्य ग्रहण नहीं होता

बुध ग्रह और सूर्य के बीच में कोई चांद नहीं है इसलिए वहां कोई सूर्य ग्रहण नहीं होता. लेकिन अगर सूर्य और इस ग्रह के बीच कोई अंतरिक्षीय वस्तु आ जाती है तो ग्रह पर काला धब्बा जरूर बनता है. (फोटोः नासा)

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शुक्र ग्रह पर भी सूर्य ग्रहण नहीं होता

शुक्र ग्रह का अपना कोई चंद्रमा नहीं है. यहां सूर्य ग्रहण नहीं होता लेकिन जब सूर्य और शुक्र के बीच बुध ग्रह आ जाता है तो यहां पर ग्रहण की स्थिति बन जाती है. लेकिन ऐसा बहुत मुश्किल से होता है. (फोटोः नासा)

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