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कोमल हूं कमजोर नहीं.. मिलिए तेलंगाना की आदिलक्ष्मी से, ट्रकों के पंचर जोड़ चला रहीं परिवार

आशीष पांडेय
  • कोथागुडेम ,
  • 18 जनवरी 2021,
  • अपडेटेड 7:52 PM IST
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ऐसा कोई काम नहीं जिसे अगर महिलाएं ठान लें तो नहीं कर सकतीं. ट्रकों की वेल्डिंग करना हो, पंचर लगाना हो अन्य कोई छोटी-मोटी रिपेयर हो, तो ऐसे कामों के लिए किसी पुरुष का ख्याल जेहन में आता है. अब मिलिए वाई आदिलक्ष्मी से. 30 साल की आदिलक्ष्मी तेलंगाना राज्य की ऐसी अकेली महिला हैं जो इन सभी कामों को बड़ी आसानी से करती हैं.

(फोटो आजतक)

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कई एक्सिल वाले ट्रकों के भारी-भरकम पहियों को दुरुस्त करना आदिलक्ष्मी के लिए बाएं हाथ के खेल जैसा है.  तेलंगाना के कोथागुडेम जिले के सुजातानगर में आदिलक्ष्मी अपने पति वीरभद्रम के साथ टायर रिपेयर शॉप चलाती हैं. दो बेटियों की मां आदिलक्ष्मी स्कूल ड्रॉप आउट हैं.  2010 में उनका विवाह हुआ. 

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तीन साल पहले आदिलक्ष्मी और उनके पति ने ये रिपेयर शॉप खोली. उनके पास पैसों की किल्लत थी इसलिए शॉप खोलने के लिए उन्हें घर गिरवी रखना पड़ा. शुरू में ग्राहक आदिलक्ष्मी की शॉप पर आने से कतराते थे कि वो टायर्स को ठीक से पंक्चर नहीं लगा पाएंगी. लेकिन धीरे- धीरे उनकी कुशलता के बारे में सब को पता चला. अब उनकी शॉप दिन में 24 घंटे खुलती है और ग्राहक भी यहां की सर्विस से बहुत खुश हैं. 

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आदिलक्ष्मी कहती हैं, ''हम पर कर्ज बढ़ रहा था, ऐसे में मैंने पति का हाथ बंटाने का फैसला किया. मेरी दो बेटियां हैं. हमारे पास औजार थोड़े हैं लेकिन हमारा इनसे काम चल जाता है. अगर मुझे सरकार से कोई मदद मिल जाए तो उससे मुझे अपनी बेटियों का भविष्य सुधारने में मिल जाएगी.''  

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आदिलक्ष्मी टायर फिक्स करने के साथ साथ कुशल वेल्डर और मेटल फ्रेम फैब्रिकेटर भी हैं.  कोथागुडेम ऐसा इलाका है जहां खनन का बहुत काम होता है. ऐसे में यहां हेवी ट्रक्स और अन्य भारी वाहनों की आवाजाही बनी रहती है.

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