महज दो साल की बच्ची का IQ जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे. मेन्सा की सदस्य बनने वाली ये बच्ची सबसे कम उम्र की अमेरिकी है. बता दें मेन्सा की सदस्यता उन्हीं को मिलती है, जो इसके तय इंटेलिजेंस टेस्ट में 98 परसेंटाइल हासिल करते हैं.
इस टेस्ट में बाजी मारने वाली अमेरिका के लॉस एंजिल्स की काशे क्वेस्ट भले हीं उम्र में छोटी है, लेकिन उसका आईक्यू लेवल अच्छे-अच्छों को हैरान कर देता है. दो साल के बच्चों को जहां बहुत ज्यादा समझ नहीं होती है, वहीं काशे का आईक्यू लेवल 146 है.
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, ये बच्ची अमेरिका के सभी 50 राज्यों के नाम और उनकी पहचान बेहद ही आसानी से कर लेती है. काशे के पिता डेवोन अठवाल ने कहा कि काशे हमेशा हमें, किसी भी चीज से ज्यादा, अपने आस-पास का पता लगाने और सवाल पूछने की प्रवृत्ति दिखाई है.
डेवोन अठवाल ने बताया कि अगर वह कुछ नहीं जानती है, तो वह जानना चाहती है कि यह क्या है और यह कैसे कार्य करता है और एक बार जब वह इसे सीख लेती है, तो वह इसे कंठस्थ कर लेती है.
काशे के माता-पिता का कहना है कि बचपन में उसकी जुबान से निकले पहले शब्द के बाद उसकी भाषा कौशल का विकास तेजी से हुआ. इसे लेकर उनमें एक डर था, जिसके बाद उन्होंने काशे को एक मनोचिकित्सक को भी दिखाया था.
मेन्सा की वेबसाइट के अनुसार, ऑस्ट्रेलियाई बैरिस्टर रलैंड बेरिल और लैंसलॉट लियोनेल वेयर द्वारा मेन्सा की स्थापना इंग्लैंड में ऑक्सफ़ोर्ड के लिंकन कॉलेज में 1946 में की गई थी. वेबसाइट के मुताबिक मेन्सा के सदस्य स्थानीय स्तर पर बैठकों में भाग ले सकते हैं, जहां सबसे अच्छा और प्रतिभाशाली नेटवर्क है.
मेन्सा का सबसे कम उम्र का सदस्य 28 महीने का मुहम्मद हारीज नादजिम है, जो यूनाइटेड किंगडम में रहता है और उसका आईक्यू 142 है. मेन्सा वेबसाइट के अनुसार, काशे का आईक्यू स्कोर 146 है, जो उसे औसत अमेरिकी वयस्क की तुलना में काफी अधिक स्मार्ट बनाता है.
मेन्सा का सदस्य बनने के लिए, स्टैनफोर्ड-बिनेट इंटेलिजेंस स्केल या कैटेल कल्चर फेयर इंटेलिजेंस टेस्ट जैसे विशिष्ट मानकीकृत आईक्यू परीक्षणों पर 98 वें प्रतिशत से ऊपर या उससे अधिक स्कोर करना होता है. ( फोटो-Kashe Quest )