कंपनी के बारे में
1989 में वीनस ग्लूकोस प्राइवेट लिमिटेड के रूप में शामिल कंपनी को 1994 में पब्लिक लिमिटेड कंपनी में बदल दिया गया और फिर वीनस रेमेडीज लिमिटेड में बदल दिया गया। कंपनी का प्रचार और प्रबंधन चौधरी एंड फैमिली द्वारा किया जाता था। कंपनी मुख्य रूप से I/V तरल पदार्थ और इंजेक्शन, सीफेटाजाइम, एम्लोडिपाइन, ग्लिक्लाजाइड, लिसिनोप्रिल में लगी हुई थी।
उत्पादन 1991 में हरियाणा के पंचकुला जिले में अंतःशिरा/अंतःपेशी इंजेक्शन रूपों के साथ शुरू किया गया था। 1994 में इसने आँख/कान/नाक की बूंदों की शुरुआत की। कंपनी ने WHO, जिनेवा द्वारा निर्दिष्ट 'WHO-GMP' के रूप में प्रमाणपत्र प्राप्त किया। वीनस रेमेडीज़ ने US-FDA मानकों के साथ ऑस्ट्रेलिया के सहयोग से 4.5 करोड़ रुपये की लागत से एक सेफलोस्पोरिन परियोजना स्थापित की। कंपनी Panacea Biotech ltd, Morepan Labortories ltd आदि जैसी शीर्ष कंपनियों के लिए इंजेक्शन बनाती है।
2001 में उत्पाद विकास समिति (पीडीसी) की मदद से वीनस रेमेडीज़ ने पशु स्वास्थ्य विभाग में मेगॉक्स-3000, पैरॉक्सिन-3000, पीसा-3000, मिकैल, रोनिड, डेक्सोलाइट और डिटॉक्स नाम से 13 नए उत्पाद पेश किए थे।
Read More
Read Less
Industry
Pharmaceuticals - Indian - Formulations
Headquater
S C No 857 Cabin No 10 2nd Flr, N A C Manimajra, Chandigarh, Chandigarh, 160101