प्याज की कीमतों में सोमवार को गिरावट देखी गई, विदेशों से प्याज की खेप पहुंचने के बाद ही यह संभव हो पाया है. अब उम्मीद की जा रही है कि अगले कुछ दिनों में बढ़ती कीमतों पर काबू पा लिया जाएगा. इस बीच केंद्र सरकार ने एक और कदम उठाया है, जिसका असर भी दिखेगा और जमाखोरी पर लगाम लगेगा.
दरअसल, प्याज की जमाखोरी पर लगाम कसने के मकसद से केंद्र सरकार ने सोमवार को फिर खुदरा कारोबारियों के प्याज की स्टॉक लिमिट 5 टन से घटा कर दो टन कर दी है. ऐसे में अब कोई भी खुदरा कारोबारी अब एक समय में अपने पास दो टन से प्याज प्याज नहीं रख पाएंगे.
केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय की ओर से सोमवार को लिया गया यह फैसला तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है. एक आधारिक बयान में कहा गया कि केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों से आग्रह किया गया है कि प्याज की जमाखोरी रोकने के लिए वे इस फैसले को सख्ती से लागू करें.
वहीं दिल्ली में स्थानीय उपज की आवक बढ़ने के साथ ही विदेश से आयात होने के बाद प्याज की थोक कीमतों में सोमवार को कुछ कमी देखने को मिली. अफगानिस्तान और तुर्की से भी प्याज यहां पहुंचा है.
प्याज मंडी एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने कहा, 'प्याज की
24,000 बोरियां आजादपुर मंडी में पहुंची हैं, जिनमें से प्रत्येक बोरी में
55 किलो प्याज है. इसी वजह से पिछले सप्ताह की तुलना में प्याज की कीमतों
में कमी आई है. आजादपुर मंडी देश की सबसे बड़ी सब्जी मंडी है.
कितनी घटी प्याज की कीमत
दिल्ली की आजादपुर मंडी में घरेलू उपज के अलावा सोमवार को लगभग 200 टन आयातित प्याज भी मंडी में पहुंची. मंडी में प्याज के थोक भाव 50 से 75 रुपये प्रति किलो के बीच रहे. एक सूत्र ने कहा कि पिछले हफ्ते के मुकाबले प्याज की कीमतों में पांच रुपये प्रति किलो तक की कमी आई है. पिछले दो दिनों में प्याज के 80 से अधिक ट्रक अफगानिस्तान से आए. सीमावर्ती राज्य पंजाब में बड़ी मात्रा में अफगानी प्याज की आपूर्ति की जा रही है.
गौरतलब है कि देश के कई शहरों प्याज की खुदरा कीमत 150 से 200 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई थी. बारिश की वजह से पिछले कुछ दिनों में प्याज की आपूर्ति फिर बाधित हुई है, जिसकी वजह से रेट और बढ़ गए थे. इसकी वजह से गरीब और मध्यम वर्ग के लिए सब्जी खाना भी मुश्किल हो गया. दिल्ली-एनसीआर के बाजारों में खुदरा प्याज 80-120 रुपये किलो बिक रहा था.
15 जनवरी तक हजारों टन प्याज होगा आयात
सरकार ने इसे देखते हुए कुछ सक्रियता दिखाई है. देश में 15 जनवरी तक 21,000 टन आयातित प्याज आने की संभावना है जिसके ठेके हो चुके हैं. इसके अलावा एमएमटीसी ने 15,000 टन प्याज आयात के तीन नए टेंडर जारी किए हैं.
इस सिलसिले में केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने पिछले हफ्ते कहा था कि देश में विदेश व्यापार की सबसे बड़ी कंपनी एमएमटीसी ने 4,000 टन प्याज तुर्की से आयात करने का नया ठेका दिया है. यह प्याज जनवरी के मध्य तक देश में आएगा. साथ ही, एमएमटीसी ने 15,000 टन प्याज मंगाने के तीन नए टेंडर जारी किए हैं.
बताया जा रहा है कि 6,090 टन प्याज मिस्र से अगले कुछ दिनों में आएगा, जबकि तुर्की से 11,000 टन प्याज इस महीने के आखिर में यह जनवरी के पहले सप्ताह में आएगा.