कोरोना संकट की वजह से हर तरह के निवेश को झटका लगा था, क्योंकि हर तरह की आर्थिक गतिविधियां थम गई थीं. खासकर मार्च में शेयर बाजार में भारी गिरावट से हाहाकार मच गया था. मार्च में शेयर बाजार अपने हाई से करीब 35 फीसदी तक नीचे लुढ़क गया था. लेकिन इस संकट के दौर में भी एक शेयर ने अपने निवेशकों को मालामाल कर दिया है. (Photo: File)
अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर पर नजर डालें तो पिछले एक साल में इसने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. चाहे मंदी की आहट और या फिर कोरोना संकट, इस शेयर ने हर दिन नई ऊंचाई को छुआ है. पिछले एक साल में अडानी ग्रीन एनर्जी ने 10 गुना से ज्यादा रिटर्न दिया है.
दरअसल, कोरोना संकट के बीच पिछले 8 महीने में इस शेयर ने करीब 900 फीसदी रिटर्न दिया है. पिछले एक साल में 17 मार्च 2020 में शेयर ने 112.70 रुपये के न्यूनतम स्तर को हुआ. उसके बाद से अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर में एकतरफा रैली देखने की मिली. शेयर ने 24 नवंबर 2020 को अधिकतम 1220 रुपये के स्तर को छुआ.
अडानी ग्रीन एनर्जी ने पिछले एक साल में जबर्दस्त रिटर्न दिया है. अगर किसी ने 17 मार्च 2020 को अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर में 1 लाख रुपये लगाया होगा, तो वह निवेश 24 नवंबर 2020 को बढ़कर 10 लाख रुपये से ज्यादा हो गया होगा. (Photo: File)
शानदार तेजी की वजह से अडानी ग्रीन एनर्जी का मार्केट कैप बढ़कर 8 दिसंबर को 1.72 लाख करोड़ रुपये हो गया. जून 2018 के मुकाबले इसका वैल्यू करीब 40 गुना बढ़ा है. पिछले दिनों अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड को एक बड़ा कॉन्ट्रैक्ट मिला है.
बता दें, इसी साल जून में अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड को दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पावर प्लांट बनाने का ठेका मिला है. इसके तहत गौतम अडानी की कंपनी 8,000 मेगावॉट का सोलर पावर प्लांट तैयार करेगी और 2,000 मेगावाट की एक घरेलू सौर पैनल विनिर्माण क्षमता स्थापित करेगी. (Photo: File)
अडानी ग्रीन 2030 तक दुनिया की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी बनना चाहती है. उसके पास अभी 2.8 GW रिन्यूएबल एनर्जी की स्थापित क्षमता है. कंपनी 2025 तक इसे बढ़ाकर 25 GW करना चाहती है.