Dhanteras 2021: धनतेरस पर सोना या चांदी खरीदना काफी शुभ माना जाता है. गोल्ड तो काफी महंगा है, इसलिए बहुत से लोग चांदी के सामान खरीदना पसंद करते हैं. आप भी इस शुभ मौके पर चांदी के सिक्के या ज्वैलरी समेत दूसरे आइटम खरीदने की सोच रहे हैं, तो थोड़ा सचेत रहें. इस बाजार में ठगने वालों की कमी नहीं है, इसलिए ऐसा न हो कि आप किसी झांसे में आकर नकली या मिलावटी चांदी के सामान खरीद लें. हम आपको कुछ आसान तरीके बताते हैं जिनसे आप घर बैठे ही असली चांदी की पहचान (How to identify original silver) कर सकते हैं. (फाइल फोटो)
दरअसल, चांदी एक ऐसी धातु है, जिसमें आसानी से दूसरे मेटल मिलाए जा सकते हैं. शुद्ध चांदी काफी नरम होती है, जिसे फाइन सिल्वर कहा जाता है. बाजार में चांदी के नाम पर तमाम ऐसे प्रोड्क्ट्स मिल जाएंगे, जिसमें चांदी की पतली परत चढ़ी होती है, जो दिखने में चांदी जैसी लगती है. हालांकि, ज्वैलरी बनाने के लिए भी चांदी में आमतौर पर तांबा, जस्ता और निकल मिलाया जाता है, क्योंकि शुद्ध चांदी से तो ज्वैलरी नहीं बनाई जा सकती. तांबा मिलाने से चांदी का लचीलापन कम हो जाता है. (फाइल फोटो: Getty Images)
हाॅलमार्किंग या लेबल से पहचान: सोने की तरह चांदी पर भी हॉलमार्किंग की जाती है. हॉलमर्किंग है तो आप भरोसा कर सकते हैं कि चांदी शुद्ध है. यदि चांदी के सामान पर एक छोटा लेबल है जिसमें 'स्टर' या 'स्टर्लिंग' प्रिंट है, तो इसका मतलब है कि वस्तु में चांदी 92.5% या शुद्ध चांदी के करीब है. इसलिए इस पर .925 या 925 की मुहर लगी होती है. सिक्कों में 90 फीसदी तक चांदी होती है. चांदी के Bar में सबसे ज्यादा शुद्धता होती है और इस पर 999.9 लिखा होता है. (फाइल फोटो: Getty Images)
रंग-रूप से अंदाजा: चांदी अधिकांश धातुओं की तुलना में ज्यादा हेवी होती है. यदि चांदी बहुत हल्की है तो यह स्टर्लिंग चांदी के बजाय हल्के चांदी के मिश्र धातुओं से बनी हो सकती है. शुद्ध चांदी आमतौर पर चांदी की परत वाली वस्तुओं की तुलना में ठंडी होती है और चमकदार होती है. (फाइल फोटो: Getty Images)
आवाज से करें पहचान: जब चांदी किसी अन्य धातु से टकराएगी तो भारी आवाज होगी. नकली चांदी लोहे जैसी आवाज करेगी. चांदी के असली और नकली सिक्कों की पहचान उसकी खनक से हो जाती है. अगर इसके गिरने से घंटी के बजने जैसी आवाज आए, तो ये असली चांदी के सिक्के की पहचान होती है, जबकि नकली सिक्का लोहे की तरह खनकता है. (फाइल फोटो)
बर्फ से पहचान: असली चांदी में किसी अन्य धातु के मुकाबले थर्मल कंडक्टिविटी ज्यादा होती है. इसलिए उस पर रखते ही बर्फ पिघलने लगती है. चांदी असली है या नकली इसकी पहचान के लिए आप एक बर्फ का टुकड़ा चांदी पर रखें. अगर तेजी से बर्फ पिघलने लगे तो समझ लीजिए कि ये असली चांदी है. असली चांदी की थर्मल एनर्जी तेजी से बर्फ में ट्रांसफर होती है जिससे बर्फ पिघलने लगती है. (फाइल फोटो: Getty Images)
चुंबक से पहचान: नकली चांदी में अक्सर लोहे की मिलावट होती है, इसलिए वह चुंबक यानी मैग्नेट से चिपक जाती है, जबकि बिना मिलावट वाली असली चांदी चुंबक से नहीं चिपकती. चांदी अनुचुंबकीय है और चुंबक के प्रति कमजोर प्रतिक्रिया प्रदर्शित करती है. तो आप चुंबक की मदद से असली और नकली चांदी की पहचान कर सकते हैं. (फाइल फोटो: Getty Images)
केमिकल से पहचान: चांदी की धातु की प्रामाणिकता की जांच के लिए ब्लीच का भी इस्तेमाल किया जा सकता है. चांदी की वस्तु पर ब्लीच की एक बूंद डालें. ब्लीच जैसे ऑक्सीडाइजिंग केमिकल के संपर्क में आने के बाद अगर यह धूमिल हो जाए तो समझ लीजिए कि असली चांदी है. ब्लीच के संपर्क में आने पर असली चांदी तुरंत काली हो जाती है, जबकि नकली धातु पर ब्लीच का कोई असर नहीं होता है. लेकिन ब्लीच टेस्ट करते समय ध्यान रखें कि अपने गहने के एक छोटे हिस्से में ही ब्लीच डालें. बाजार में कई सिल्वर टेस्ट किट भी आते हैं जिन्हें आप ऑनलाइन भी मंगा सकते हैं. लेकिन इस बात का ध्यान रहे कि ऐसे रसायन के ज्यादा इस्तेमाल से आपके पास मौजूद चांदी के सामान को नुकसान हो सकता है. (फाइल फोटो: Getty Images)