कोरोना संकट के दौरान सोने का भाव रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था. लेकिन मांग में बढ़ोतरी नहीं हुई. सोने का आयात चालू वित्त वर्ष 2020-21 के पहले 11 महीनों (अप्रैल-फरवरी) में 3.3 प्रतिशत घटकर 26.11 अरब डॉलर रह गया. वाणिज्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. (Photo: File)
दरअसल, सोने का आयात देश के चालू खाते के घाटे (कैड) को प्रभावित करता है. इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में पीली धातु का आयात 27 अरब डॉलर रहा था.
आंकड़ों के अनुसार सोने के आयात में कमी से देश के व्यापार घाटे को कम करने में मदद मिली है. चालू वित्त वर्ष के पहले 11 महीने में व्यापार घाटा कम होकर 84.62 अरब डॉलर रह गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 151.37 अरब डॉलर रहा था. (Photo: File)
भारत दुनिया का सबसे बड़ा सोने का आयातक देश है. मुख्य रूप से आभूषण उद्योग की मांग को पूरा करने के लिए सोने का आयात किया जाता है, मात्रा के हिसाब से भारत सालाना 800 से 900 टन सोने का आयात करता है. (Photo: File)
आभूषण निर्यात को प्रोत्साहन के लिए सरकार ने बजट में इस पर आयात शुल्क घटाकर 7.5 प्रतिशत कर दिया है. हालांकि, साथ ही इस पर 2.5 प्रतिशत का कृषि संरचना और विकास उपकर लगाया गया है. (Photo: File)
चालू वित्त वर्ष के पहले 11 माह में रत्न एवं आभूषणों का निर्यात 33.86 प्रतिशत घटकर 22.40 अरब डॉलर रह गया. फरवरी में हालांकि सोने का आयात बढ़कर 5.3 अरब डॉलर पर पहुंच गया, जो पिछले साल समान महीने में 2.36 अरब डॉलर था. (Photo: File)
अप्रैल-फरवरी के दौरान चांदी का आयात भी 70.3 प्रतिशत घटकर 78.07 करोड़ डॉलर पर आ गया. गौरतलब है कि अगस्त 2020 में सोने रिकॉर्ड ऊंचाई पर था, उस समय भाव 46 हजार रुपये से ऊपर प्रति 10 ग्राम था. (Photo: File)