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हर साल 55 करोड़ रुपये बचाएगी दिल्ली की ये सड़क, PM Modi ने किया उद्घाटन

aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 19 जून 2022,
  • अपडेटेड 12:47 PM IST
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने दिल्ली के लोगों को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए प्रगति मैदान इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर देश को समर्पित कर दिया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कई आधुनिक सुख-सुविधाओं से बनी ये सड़क और सुरंग सिर्फ जाम से ही राहत नहीं देगी, बल्कि हर साल 55 करोड़ रुपये की बचत भी कराएगी. जानें इसकी और भी खासियतें...
(Photo : PIB)

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हर साल ऐसे बचेंगे 55 करोड़ रुपये

सरकार का अनुमान है कि इस सुरंग और सड़क के बनने से हर साल 55 लाख लीटर ईंधन की बचत होगी. यानी अगर पेट्रोल की कीमत को 100 रुपये प्रति लीटर भी माना जाए, तो इस सड़क के बनने से हर साल 55 करोड़ रुपये की बचत होगी. (Photo: PTI)

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17 साल में वसूल होगी लागत

इस कॉरिडोर को बनाने में सरकार की लागत 923 करोड़ रुपये आई है. अब जब सरकारी खजाने में सिर्फ ईंधन की बचत से ही हर साल 55 करोड़ रुपये की बचत होगी, तो इस टनल की पूरी लागत करीब 17 साल में ही वसूल हो जाएगी. आइए जानते हैं इस टनल की और खूबियां... (Photo : PIB)

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देश की सबसे चौड़ी शहरी सुरंग

प्रगति मैदान इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर का सबसे बड़ा आकर्षण 6 लेन की 1.3 किलोमीटर लंबी टनल है. ये देश में बनी अब तक की सबसे चौड़ी शहरी टनल है. मुख्य सुरंग के साथ पांच अंडरपास भी इस कॉरिडोर में बनाए गए हैं. यह सड़क पुराना किला रोड को सीधे रिंग रोड से जोड़ती है.

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प्रगति मैदान की पार्किंग से कनेक्ट

इस टनल रोड को प्रगति मैदान की पार्किंग से भी कनेक्ट किया गया है. आने वाले दिनों में प्रगति मैदान आधुनिक एक्सपो और कन्वेंशन सेंटर का रूप लेगा. तब लोगों को इस रोड पर आने-जाने में दिक्कत ना हो, इसके लिए इसे प्रगति मैदान की पार्किंग से भी कनेक्ट किया गया है. 

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सुरक्षा की पूरी गारंटी

इस टनल को आम जनों के लिए पूरी तरह सुरक्षित बनाया गया है. टनल के अंदर हवा बनाए रखने के लिए ऑटोमेटिक वेंटिलेशन सिस्टम, पानी की निकासी के लिए ऑटोमेटिक पंप सेंट, पॉवर बैकअप, सीसीटीवी कैमरा और पब्लिक एनाउंसमेंट सिस्टम जैसी सुविधाएं दी गई हैं. (Photo : PIB)

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भारतीय संस्कृति की झलक

इस टनल में जाने पर लोगों को बिलकुल भी ऊबाऊ फील नहीं होगा. वजह, इस पूरे कॉरिडोर को भारतीय संस्कृति की पहचान दी गई है. टनल और अंडरपास की दीवारों पर भारतीय त्यौहारों की थीम के आधार पर पेंटिंग, कलाकृतियां और साज-सज्जा की गई है. (Photo : PIB)

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