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तो क्या हॉलीवुड शो की कॉपी है फरहान की फिल्म 'लखनऊ सेंट्रल'?

aajtak.in
  • 14 सितंबर 2017,
  • अपडेटेड 1:57 PM IST
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फरहान अख्तर 'लखनऊ सेंट्रल' के जरिए एक बार फिर पर्दे पर रंग जमाने को तैयार हैं. ट्रेलर और अब तक फिल्म से जुड़ी जो कहानी सामने आई है, उसके आधार पर माना जा रहा है कि ये अमेरिकन टीवी सीरीज 'प्रिजन ब्रेक' से प्रेरित है. प्रिजन ब्रेक की तरह फरहान के फिल्म की कहानी जेल के ईर्द-गिर्द ही है. इसमें फरहान (किशन मोहन गिरहोत्रा), गिप्पी ग्रेवाल, दीपक डोब्रीयाल, राजेश शर्मा की जर्नी दिखाई गई है.
'प्रिजन ब्रेक' में भी दो भाइयों माइकल स्कोफील्ड और लिंकन की जेल से निकलने के प्लान पर बनी कहानी है. वैसे बॉलीवुड में पहले भी विदेशी कहानियों से प्रेरित कई हिंदी फिल्में बनाई गईं हैं. लेकिन फरहान की फिल्म, टीवी सीरिज से कितनी प्रेरित है यह शुक्रवार को साफ होगा.

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'लखनऊ सेंट्रल' में किशन गलत आरोप के चलते जेल में बंद है और वो हाई कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहा है.
'प्रिजन ब्रेक' में भी लिंकन को गलत आरोप में जेल भेज दिया गया है.

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'लखनऊ सेंट्रल' में जेल में बंद आरोपी आजादी का सपना देखते हैं. डायना पेंटी NGO वर्कर बनी हैं, जो कैदियों का एक बैंड बनाती हैं. किशन चार और कैदियों दिक्कत अंसारी, विक्टर चट्टोपाद्धाय, पुरुषोतम पंडित, परमिंदर त्रेहान के साथ दोस्ती कर उन्हें बैंड ज्वाइन करने कहता है. उसके बाद सब भागने का प्लान बनाते हैं.
'प्रिजन ब्रेक' में भी लिंकन अपने भाई माइकल के सहारे जेल से भागने में कामयाब हो जाता है.

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 'लखनऊ सेंट्रल' और 'प्रिजन ब्रेक' दोनों में ड्रामा है. 'लखनऊ सेंट्रल' जेल में बंद कैदियों की जिंदगी को दिखाती है और बताती है कि कैसे म्यूजिक बैंड उनकी जिंदगी को बदल देता है.
'प्रिजन ब्रेक' में कैदियों की जिंदगी को अलग तरह से दिखाया गया है, जिसमें कैदी जेल में वॉलीबॉल खेलते हैं और पेंटिंग करते हैं.

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'लखनऊ सेंट्रल' की जर्नी में फरहान अख्तर, गिप्पी ग्रेवाल, दीपक डोबरीयाल, राजेश शर्मा के बीच की बॉन्डिंग को दिखाया गया है.
'प्रिजन ब्रेक' भी दो भाइयों के बॉन्ड के साथ कैदियों के बीच की बॉन्डिंग को भी दिखाता है.

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