सैफ अली खान और नवाजुद्दीन सिद्दीकी की पॉपुलर वेब सीरीज सैक्रेड गेम्स का दूसरा सीजन नेटफ्लिक्स पर आ चुका है. फैंस इसके बारे में बात करते नहीं थक रहे हैं. जहां कुछ लोग दूसरे सीजन से खुश हैं तो कुछ नाराज. सैक्रेड गेम्स की खासियत शुरू से ही उसके डायलॉग्स रहे हैं. सीजन एक में काफी बढ़िया और यादगार डायलॉग्स थे. दूसरे सीजन में भी फैंस को कुछ ऐसे डायलॉग्स सुनने को मिले जो कमाल होने के साथ-साथ फनी भी थे.
केन्या पहुंचने के बाद गायतोंडे बंटी से फोन पर बात करता है और बंटी के पूछने पर बताता है कि - चांद पर है अपुन.
केन्या में अपना साम्राज्य खड़ा करने के लिए गायतोंडे पुरुषोत्तम से कहता है कि हमें भरोसेमंद आदमियों की जरूरत है, इस पर पुरुषोत्तम जवाब देता है- "यहां नहीं है कोई भी ऐसा भरोसे लायक."
ये संवाद गुरुजी यानी पंकज त्रिपाठी का है- बलिदान देना होगा.
जब चतुर्वेदी के कहने पर गायतोंडे पहली बार गुरुजी के आश्रम में पहुंचता है, गुरुजी अपने शिष्यों को प्रवचन दे रहे होते हैं. पंकज त्रिपाठी कहते हैं- लव इज बिजनेस.
ये संवाद गायतोंडे का है, जो गुरुजी के प्रवचन से प्रेरित है.
जोजो से बातचीत में गायतोंडे कहता है- मरने का है तेरे को.
गायतोंडे समुद्र के अंदर कई दिनों से एक शिप पर "कैद" है. जब उसे खाने में मछली दी जाती है वो मछली फेक देता है और कहता है- "मुर्गा चाहिए मेरे को."
सरताज सिंह अपनी पत्नी से मिलने जाता है. उससे कहता है कि वो उसकी लाइफ में फिर से आ जाए. सरताज कहता है- "एक-एक करके सब मेरी लाइफ से निकलते जा रहे हैं."