बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान पिछले तीन दशकों से दर्शकों का अपनी फिल्म के जरिए मनोरंजन कर रहे हैं. उनकी बेहतरीन एक्टिंग ने उन्हें किंग ऑफ रोमांस का भी तमगा दिया है. लेकिन शाहरुख खान सिर्फ रोमांस के ही किंग हो ये जरूरी नहीं. क्योंकि शाहरुख खान हर उस मौके पर मदद की है जब भी देश पर संकट के बादल छाए हैं. हालांकि इस बारे में कभी शाहरुख खान ने खुद नहीं बताया, लेकिन उनकी दरियादिली के बारे में कई रिपार्ट्स में बताया गया है.
कोरोना के समय बढ़ाया मदद का हाथ
शाहरुख खान ने कोरोना वायरस के खिलाफ छिड़ी जंग में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है. उन्होंने ना सिर्फ दिल खोलकर दान किया है बल्कि खाने से लेकर डॉक्टरों को PPE किट देने तक, शाहरुख ने हर वो ऐलान किया है जिससे देश का सीधे तौर पर फायदा होने वाला है. उन्होंने अपने मुंबई के चार मंजिला ऑफिस को भी क्वारनटीन सेंटर के लिए दे दिया है.
मीर फाउंडेशन
शाहरुख खान ने मीर फाउंडेशन के जरिए महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम बढ़ाया है. मीर फाउंडेशन का मुख्य उदेश्य एसिड अटैक से पीड़ित महिलाओं की मदद करना है. मीर फाउंडेशन के जरिए कई प्रकार की रिसर्च भी की गई हैं. महिलाओं के हित में जागरूकता अभियान भी चलाए जाते हैं. शाहरुख खान को इस फाउंडेशन के चलते 2018 में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में Crystal Award से भी नवाजा गया था.
प्राकृतिक त्रासदी के वक्त बड़ी मदद
देश में कई बार प्राकृतिक आपदा देखी गई हैं. फिर चाहे वो बाढ़ हो या हो भूंकप. ऐसे वक्त में सरकार और समाजिक संस्थाएं तो मदद करती ही हैं, लेकिन नियमित रूप से शाहरुख खान ने भी मदद का हाथ बढ़ाया है. रिपोर्ट के मुताबिक जब केरल में बाढ़ आई थी, तब शाहरुख ने मीर फाउंडेशन के जरिए 12 लाख रुपये डोनेट किए थे. उन्होंने 2015 में भी बाढ़ से त्रस्त चेन्नई को भी 1 करोड़ रुपये दिए थे
गांव में पहुंचाई बिजली
शाहरुख खान ने कई लोगों की जिंदगी मे रोशनी का उजाला भी किया है. उन्होंने साल 2009 में ओडिशा के 7 गांव में बिजली पहुंचने का काम किया था. उन्होंने एक बड़े सोलर इलेक्ट्रिसिटी प्रोजेक्ट में निवेश किया था. उन्होंने उस गांव के लोगों को मात्र 3 रुपये में सोलर लैंप दिए थे. गांव में एक रीचार्चिंग स्टेशन भी लगाया गया था.
12 गांव को लिया था गोद
शाहरुख खान ने साल 2012 में ओडिशा के Bhitarkanika National Park स्थित 12 गांवों को गोद लिया था. उन्होंने इन गांव में हर प्रकार की सुख सुविधा देने की कोशिश की थी. ऐसा कहा जाता है शाहरुख आज भी इन गांव की देखरेख करते हैं.
कैंसर पीड़ितों की मदद
शाहरुख खान के पिता का निधन कैंसर के चलते हुआ था. इसके चलते शाहरुख खान ने कैंसर पीड़ितों की मदद करने की ठानी थी. शाहरुख ने नानावती अस्पताल में कैंसर पीड़ितों के लिए एक स्पेशल वॉर्ड बनाया था. जब उनकी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स ने IPL जीता था, शाहरुख ने 15 करोड़ की राशि मुंबई और कोलकाता के कैंसर मरीजों को डोनेट की थी.
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