इंडिया टुडे से बातचीत में अंकिता ने कहा- 'सुशांत अपनी इमेज को लेकर बहुत कॉन्शियस थे. वो हमेशा कहता था कि मेरे पास कोई गॉडफादर नहीं है. मेरे पास केवल मेरे फैंस हैं. जो मुझे बनाकर रखेंगे. ये कहीं न कहीं उसके दिमाग में था.'
'मुझे याद है कि वो अपने फैंस को पूरा समय देता था. वो हर दिन अपने
फैंस के साथ चैट करता था. मैं उससे पूछती थी कि क्या कर रहे हो. चैट क्यों
कर रहे हो.'
अंकिता ने आगे कहा- 'वो कहता था अंकिता मुझे मेरा समय फैंस को देना होगा.
मेरे पास कोई गॉडफादर नहीं है. ये ही लोग हैं जो मुझे बनाकर रखेंगे. अगर
मैं एक भी मेरा डाउनफॉल होता है न तो मेरे पास कोई दूसरा चांस नहीं है वापस
ऊपर आने का. क्योंकि हमारे पास कोई नहीं है.'
'हमने अपने आपको इतनी मुश्किल से यहां तक लाया है. और हमें सर्वाइव करना पडेगा. तो इस तरह का इंसान था. वो हर किसी से जानना चाहता था कि अगर वो ये कर रहा है तो क्या ये सही है.'
अंकिता ने कहा, 'लोगों को अच्छा लग रहा है या नहीं. उसको लोगों का
एप्रिसिएशन अच्छा लगता था, हर दूसरे आर्टिस्ट की तरह.'
'क्योंकि आर्टिस्ट ही ऐसा होता है कि अगर तालियां न बजे तो वो अधूरापन महसूस करता है. वो भी उन्हीं आर्टिस्ट में से एक था. उसको ये जानना होता था कि मैं अगर ये कर रहा हूं तो क्या लोगों को अच्छा लग रहा है. उसके लिए ये सब मैटर करता था.'
मालूम हो कि 14 जून 2020 को सुशांत सिंह राजपूत का निधन हो गया था. सुशांत ने मुंबई स्थित अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी थी. 15 जून को सुशांत का अंतिम संस्कार हुआ.
सुशांत की मौत से हर कोई सदमे में हैं. सुशांत ने सुसाइड जैसा इतना बड़ा कदम क्यों उठाया, इसे लेकर जांच-पड़ताल जारी है.