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बीवी पास चाहिए तो घर में संडास चाहिए, टॉयलेट: एक प्रेम कथा

aajtak.in
  • 11 जून 2017,
  • अपडेटेड 11:15 PM IST
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ओ भाईसाहब, सीधे बात करो यहां, बदतमीज़ कह दो मैडम, भाईसाहब न कहो. (अक्षय कुमार और भुमि पेडनेकर की बातचीत)... इसी तरह 'टॉयलेट: एक प्रेम कथा' के कुछ शानदार डॉयलॉग इस प्रकार हैं.

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ये जो आप गरीबों का पैसा खाते हैं, उसे निकालते कहां हैं. (अक्षय कुमार नेता से)

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मर्द तो घर के पीछे बैठ जाते हैं पर हम तो औरतें हैं हमें तो हर चीज़ के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी. (भुमि गांव की औरतों से)

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आशिकों ने तो आशिकी के लिए ताजमहल बना दिया और हम एक सन्डास ना बना सके.(अक्षय कुमार)

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उन्होंने तो हमारी किस्मत गुसलखाने में लिखी होगी, ऊपर से फ्लश और कर दिया. (अक्षय कुमार और दिवेंदु की बातचीत)

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If You Change Nothing, Nothing Will Change (अनुपम खेर)

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अपनी पत्नी का सबके सामने प्रदर्शन करना धर्म है या फिर खुले में हगने में मोक्ष होती है. (अक्षय कुमार)

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जिस आंगन में तुलसी लगाते हैं वहां शौच करना शुरू कर दें. (अनुपम खेर अक्षय के पिता से)

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 बीवी पास चाहिए तो घर में सन्डास चाहिए  (अक्षय कुमार मीडिया से)

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