आमतौर पर टीवी पर महिला किरदार आंसू बहाने वाले और पारंपरिक तरीके से गढ़ जाते हैं. लेकिन कुछ करैक्टर्स वाकई 'तुलसी-पार्वती' की इमेज को तोड़ रहे हैं. इन्हीं में से एक है 'शक्ति- अस्तित्व के एहसास की' की सौम्या. इस ट्रांसजेंडर किरदार को निभाने के लिए रुबीना की तारीफ होनी ही चाहिए.
दूसरा नंबर है 'कुछ रंग प्यार के ऐसे भी' की डॉक्टर सोनाक्षी बोस का. इस करैक्टर को परफेक्ट मॉडर्न एज वुमन कहा जाता है. इसे एरिका फर्नांडिस निभा रही हैं.
'उड़ान' की चकोर भी इच्छाशक्ति और हर मुसीबत का सामना करते हुए सभी के लिए मिसाल है.
आंखों से ही वार करने वाली 'चंद्र नंदिनी' की नंदिनी का किरदार हिम्मत और हौसले की कहानी कहता है.
'बढ़ो बहू' की बढ़ो का किरदार अपने में गजब है और सीख देने वाला है.