कोरोनावायरस पर लगाम लगाने के लिए वैक्सीन को ही जरूरी हथियार माना जा रहा है. इसकी जरूरत देखते हुए भारत में भी अब 1 मई से 18 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीन लगवाने की मंजूरी दे दी गई है. हालांकि वैक्सीन को लेकर लोगों के मन में अभी भी कई सवाल हैं. जैसे कि वैक्सीन लेने के पहले अगर कोरोना के लक्षण दिख जाएं तो क्या करना चाहिए. या फिर अगर वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद कोरोना हो जाए तो क्या करना चाहिए. हेल्थ एक्सपर्ट से जानते हैं ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब.
अमेरिका के जॉन्स हॉपकिंस सेंटर फॉर हेल्थ सिक्योरिटी में संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अमेश अदलजा ने एबीसी न्यूज को बताया, 'COVID-19 होने या इसके लक्षण दिखने पर अपना वैक्सीन अप्वाइंटमेंट टाल दें. इसकी वजह ये है कि कहीं आप सेंटर पर वैक्सीन लगवाने आए दूसरे लोगों को ना संक्रमित कर दें.'
वैक्सीन का अप्वाइंटमेंट देने से पहले सेहत से संबंधित कई तरह के सवाल पूछे जाते हैं. इसके अलावा वैक्सीनेशन सेंटर पर भी अंदर जाने से पहले हर व्यक्ति की स्क्रीनिंग की जाती है. किसी भी तरह का लक्षण दिखने पर डॉक्टर खुद भी आपका अप्वाइंटमेंट कैंसिल कर सकता है.
CDC की गाइडलाइन के मुताबिक COVID-19 के मरीजों को वैक्सीन लगवाने के लिए तब तक इंतजार करना चाहिए जब तक कि वो पूरी तरह ठीक नहीं हो जाते और आइसोलेशन से बाहर नहीं आ जाते. पूरी तरह ठीक हो जाने के बाद वैक्सीन जरूर लगवाएं.
दो डोज के बीच संक्रमित होने पर क्या करें- कई लोग वैक्सीन की एक डोज लेने के बाद भी संक्रमित हो जाते हैं. ऐसी स्थिति में आपको अपने दूसरे डोज की डेट 3-4 हफ्ते के लिए आगे बढ़ा देनी चाहिए. हालांकि इस बारे में आपको अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करना चाहिए और डोज पर उनकी ही सलाह माननी चाहिए.
स्टडीज के अनुसार, वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद अगर कोई व्यक्ति कोरोना से संक्रमित होता है तो उसे ठीक होने के बाद भी कई हफ्तों तक दूसरी डोज नहीं लेनी चाहिए. न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन की नई स्टडी के अनुसार, COVID-19 से ठीक हुए मरीजों को कम से कम तीन महीने के बाद वैक्सीन लगवानी चाहिए. हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि इससे शरीर में एंटीबॉडी मजबूत और ज्यादा दिनों तक रहती है.
स्टडीज के अनुसार, किसी नेचुरल इंफेक्शन से ठीक होने की प्रक्रिया में शरीर से बनी इम्यूनिटी वैक्सीन के प्रति अच्छा इम्यून रिस्पॉन्स देती है. इसलिए कोरोना से ठीक होने के बाद वैक्सीन लगवाने के लिए कई हफ्तों का इंतजार करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि आप वैक्सीनेशन के जरिए खुद को बचाने के चक्कर में दूसरे को खतरे में ना डाल दें. इसलिए अगर आप अंदर से सही नहीं महसूस कर रहे हैं या फिर आपमें कोरोना के कोई भी लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो फिलहाल के लिए अपना अप्वाइंटमेंट कैंसिल कर दें.
वैक्सीन लेने से पहले दवा को लेकर रहें सावधान- अगर आपकी कोई मेडिकल कंडीशन है या पहले से कोई दवा चल रही है तो COVID-19 वैक्सीनेशन के दौरान इसे टालने की कोशिश ना करें. हालांकि इससे पहले अपने हेल्थ केयर प्रोवाइडर से जरूर बात कर लें.
किसी भी तरह के साइड इफेक्ट से बचने के लिए वैक्सीन लगवाने से पहले किसी भी तरह की पेन किलर खाने से बचें. ये दवाएं पहले ही खाने से वैक्सीन की क्षमता पर असर पड़ सकता है. अगर आप किसी और वजह से ये दवाएं हर रोज लेते हैं तो वैक्सीन लगवाने से पहले भी इसे लेते रहें. अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें.
हेल्थ एक्सपर्ट किसी भी तरह की एलर्जी से बचने के लिए वैक्सीन लगवाने से पहले ही एंटीहिसटामाइन दवा लेने से मना करते हैं. वैक्सीन लगवाने से पहले 15-30 मिनट तक वैक्सीनेशन सेंटर पर रूकें और देखें कि कहीं आपको कोई गंभीर साइड इफेक्ट तो नहीं हो रहा. ऐसा होने पर डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें.
कोरोना वायरस के गंभीर साइड इफेक्ट बहुत कम हैं. खुजली, बेहोशी, उल्टी होना, एलर्जी रिएक्शन, सांस लेने में दिक्कत होना इसके गंभीर लक्षण हैं. अगर आपको ऐसे कोई भी लक्षण महसूस हो रहे हैं तो हेल्थ केयर वर्कर को तुरंत इसकी जानकारी दें.