पूरी दुनिया में लाखों को लोग एक ऐसी कंडीशन के साथ रह रहे हैं जो कभी भी उनकी जान ले सकता है. इतना ही नहीं अपनी इस स्थिति के बारे में वो खुद भी नहीं जानते. ये खुलासा 'द लैंसेट' में छपी एक नई स्टडी में हुआ है. हाइपरटेंशन एक ऐसी बीमारी है जो एक साइलेंट किलर की तरह है. स्टडी के अनुसार, पिछले 30 सालों में हाइपरटेंशन वाले आधे से अधिक लोगों ने इसका इलाज नहीं करवाया है जो कभी भी इनके लिए खतरा बन सकता है.
हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी समस्या है जो बहुत आम है और इसे बड़ी आसानी से ठीक किया जा सकता है. हालांकि पता ना चलने और कंट्रोल में ना रखने पर इसके खतरनाक परिणाम भी हो सकते हैं. इसकी वजह से स्ट्रोक, दिल और किडनी से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा हमेशा बना रहता है.
इस ग्लोबल स्टडी में पिछले तीन दशकों में 184 देशों के 10 करोड़ से भी अधिक लोगों के ब्लड प्रेशर माप को देखा गया. स्टडी में पाया गया कि दुनिया भर में हाइपरटेंशन वाले लगभग आधे लोग अपनी इस स्थिति से अनजान थे. जबकि आधे से ज्यादा पुरुष और महिलाओं ने जानते हुए भी अपनी इस कंडीशन का इलाज नहीं कराया था.
इंपीरियल कॉलेज लंदन के प्रोफेसर और स्टडी के प्रमुख लेखक माजिद इज़्जती ने 'द सन' से कहा, 'पिछले कई दशकों में चिकित्सा के क्षेत्र में इतनी प्रगति के बावजूद, हाइपरटेंशन को संभालने में पूरी दुनिया की प्रगति बहुत धीमी रही है. हाइपरटेंशन वाले अधिकांश लोग अपना इलाज ही नहीं कराते हैं. निम्न और मध्यम आय वाले देशों में इसका बड़ा नुकसान दिखाई देता है.'
प्रोफेसर माजिद ने कहा, 'हमारे विश्लेषण में पता चला है कि उच्च मध्यम आय वाले कुछ देश हाइपरटेंशन को लेकर सतर्क रहते हैं और समय रहते इसका इलाज करा लेते हैं. इससे पता चलता है कि हाई ब्लड प्रेशर को रोकना और इसकी पहचान और इलाज करना हर देश के लोगों के लिए संभव है. इससे होने वाले खतरों के बारे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बात करने और सहयोग की जरूरत है.'
दुनिया भर में हाइपरटेंशन के साथ रहने वाले लोगों (30-79 उम्र ) की संख्या पिछले 30 सालों में दोगुनी हो गई है. ब्लड प्रेशर बहुत ज्यादा बढ़ जाने को हाइपरटेंशन कहते हैं. इस स्थिति में दिल और धमनियों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है जिसकी वजह से हार्ट अटैक और स्ट्रोक होता है. तेज सिर दर्द, बहुत ज्यादा थकान, मतिभ्रम, आंखों की दिक्कत और छाती में दर्द इसके कुछ आम लक्षण हैं.
हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को सांस लेने में कठिनाई, दिल की धड़कन का अनियमित हो जाना, यूरीन में खून आना और छाती, गर्दन या कान में तेज दर्द का भी अनुभव हो सकता है. अगर आपको भी इनमे से कोई लक्षण महसूस होते हैं तो इन्हें नजरअंदाज करने की गलती बिल्कुल भी ना करें और अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें.
अगर आप 65 साल से अधिक उम्र के हैं, आपका वजन ज्यादा है, आप एक्सरसाइज कम करते हैं और परिवार में पहले से किसी को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या रही है तो आपमें हाइपरटेंशन होने का खतरा बहुत ज्यादा है. एक्सरसाइज, सही खानपान और वजन घटाकर इस खतरे को कम किया जा सकता है. ऐसी स्थिति में डॉक्टर्स स्मोकिंग बंद करने और अल्कोहल बिल्कुल कम करने की सलाह देते हैं.
पूरी दुनिया में हाई ब्लड प्रेशर से लाखों लोगों की मौत होती है. हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ब्लड प्रेशर को कम करने से स्ट्रोक को 35-40 प्रतिशत, दिल के दौरे को 20-25 प्रतिशत और हृदय गति रुकने की संख्या लगभग 50 प्रतिशत तक कम हो सकती है.