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छठी वर्षगांठ से पहले जनधन खाते के नाम जुड़ा एक और कीर्तिमान

aajtak.in
  • 03 अगस्त 2020,
  • अपडेटेड 4:06 PM IST
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जनधन योजना की छठी वर्षगांठ से पहले इसके नाम एक और कीर्तिमान जुड़ गया है. मोदी सरकार ने जनधन योजना की शुरुआत 28 अगस्त 2014 को की थी. योजना का मकसद देश के तमाम लोगों को बैंकिंग सुविधाओं से जोड़ना है. (Photo: File)

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वित्त मंत्रालय के मुताबिक प्रधानमंत्री जनधन योजना (पीएमजेडीवाई) के तहत देशभर में अब तक 40 करोड़ से अधिक बैंक खाते खोले जा चुके हैं. ताजा आंकड़ों के मुताबिक अब तक 40.05 करोड़ लोगों के जनधन खाते खोले गये हैं और इन खातों में जमा राशि 1.30 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गई है. (Photo: File)

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लोकसभा चुनाव 2019 के मुताबिक देश में कुल वयस्क (मतदाताओं) की संख्या 90 करोड़ है. जिसमें से 46.8 करोड़ पुरूष और करीब 43.2 करोड़ महिलाओं की भागीदारी है. जबकि 20 करोड़ से ज्यादा जनधन खाता महिलाओं के नाम है. यानी हर दूसरी महिला के पास अब जनधन खाता है. (Photo: File)

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पीएमजेडीवाई के तहत खोले जाने वाले जनधन खाते बुनियादी बचत बैंक खाते हैं. इनके साथ रुपे कार्ड और खाताधारक को ओवरड्राफ्ट देने की अतिरिक्त सुविधा दी जाती है. इस खाते में खाताधारक को खाते में हर समय न्यूनतम राशि बनाये रखने की आवश्यकता नहीं होती है. (Photo: File)

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योजना की सफलता के लिये सरकार ने 28 अगस्त 2018 के बाद खोले जाने वाले ऐसे जनधन खातों के साथ दुर्घटना बीमा राशि को बढ़ाकर दो लाख रुपये कर दिया जो कि पहले एक लाख रुपये रखी गई थी. इसके साथ ही खाते में ओवरड्राफ्ट सुविधा की सीमा को भी बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दिया गया है. (Photo: File)

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आज से 6 साल पहले इस योजना की शुरुआत में सरकार ने कहा था कि इसके तहत देश के हर वयस्क को बैंकिंग सिस्टम से जोड़ना है. जनधन खाताधारकों में 50 फीसदी से अधिक महिलाएं हैं. (Photo: File)

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पिछले दिनों प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत महिलाओं के जनधन खातों में लगातार तीन महीने 500 रुपये की किस्त डाली गई. कोरोना संकट में आर्थिक मदद के तौर पर ये रकम दी गई. 26 मार्च 2020 को जनधन खाताधारकों के खाते में अप्रैल से तीन महीने तक हर महीने 500 रुपये की सहायता राशि पहुंचाने की घोषणा की. (Photo: File)

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पीएमजेडीवाई योजना का मकसद सभी की बैंकिंग सिस्टम तक पहुंच सुनिश्चित करने के साथ ही समाज के कमजोर और निम्न आयवर्ग के हर वयस्क व्यक्ति का एक बुनियादी बचत बैंक खाता, जरूरत के मुताबिक कर्ज लेने की सुविधा और बीमा और पेंशन की सुविधा मुहैया कराना है. (Photo: File)

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जनधन बैंक खातों के जरिये लोगों को मिलने वाले सरकारी लाभों को भी सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में डालने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. यह केन्द्र सरकार की प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) योजना को आगे बढ़ाने का बेहतर जरिया साबित हुआ है. (Photo: File)

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