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PF, PPF और GPF में ये है फर्क, जानें- आपके लिए कौन सा फायदेमंद?

विकास जोशी
  • 17 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 2:58 PM IST
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भारत सरकार ने जनरल प्रोविडेंट फंड (GPF) की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है. पहले इस पर 7.6 फीसदी ब्याज मिलता था. लेक‍िन अब इस पर 8 फीसदी ब्याज मिलेगा. ये नई ब्याज दरें अक्टूबर से दिसंबर तिमाही के लिए अधिसूचित की गई हैं. (Photo: Reuters)

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जीपीएफ की तरह ही पीपीएफ और पीएफ खाता होता है. कई बार इनमें फर्क कर पाना आम आदमी के लिए थोड़ा मुश्क‍िल होता है. क्योंकि उन्हें इनके बीच फर्क की जानकारी नहीं होती है. अगर आपको भी इन खातों को लेकर कोई कंफ्यूजन है, तो आगे हम आपको बात रहे हैं इन खातों के बीच का फर्क. (Photo: Reuters)

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PF:
प्रोविडेंट फंड अथवा भव‍िष्य निध‍ि खाता नौकरी-पेशा वालों के लिए खोला जाता है. जिन कंपनियों में 20 या उससे ज्यादा लोग काम करते हैं, उन्हें भव‍िष्य निधि की इस स्कीम में शामिल किया जाता है. यह एक तरह का पेंशन खाता होता है, जिसमें आपकी सैलरी से एक तय रकम आपके इम्प्लॉयर के जरिये ड‍िडक्ट की जाती है. कर्मचारी भव‍िष्य निध‍ि संगठन (EPFO) इन खातों की देखरेख करता है. इस पर सरकार की तरफ से आपको ब्याज दिया जाता है. मौजूदा समय में इसके लिए 8.55 फीसदी ब्याज दर तय है. (Photo: PTI)

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PPF:
पीपीएफ यानी पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) एक बचत की सरकारी स्कीम है. पीपीएफ खाता आप चुनिंदा बैंकों के अलावा पोस्ट ऑफ‍िस में खोल सकते हैं. इस खाते को आप 100 रुपये की रकम जमा कर खुलवा सकते हैं. इसके बाद आपको हर साल कम से कम 500 रुपये इसमें जमा करने होंगे. इस खाते की अवध‍ि 15 साल होती है. अक्टूबर से दिसंबर तिमाही के ल‍िए इस पर आपको 8 फीसदी ब्याज मिलेगा. (Photo: PTI)

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GPF:
जीपीएफ अथवा जनरल प्रोविडेंट फंड (GPF) भी एक तरह का प्रोव‍िडेंट फंड होता है. हालांकि यह सिर्फ सरकारी कर्मचारी खुलवा सकते हैं. वेतनभोगियों की तरह ही सरकारी कर्मचारियों को भी इसमें अपनी सैलरी में से कुछ तय रकम जमा करनी होती है. फिलहाल इस पर 8 फीसदी की ब्याज दर तय की गई है. (Photo: Reuters)

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बता दें कि इन तीनों खातों पर मिलने वाली ब्याज दरें हर साल केंद्र सरकार द्वारा तय की जाती हैं. पीएफ खाते के लिए ईपीएफओ बोर्ड ब्याज दरों को लेकर फैसला लेता है. पीपीएफ छोटी बचत योजनाओं का हिस्सा है. इसलिए इस पर मिलने वाले ब्याज दर हर तिमाही की शुरुआत में अध‍िसूचित की जाती हैं. (Photo: Reuters)

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