लॉकडाउन के बीच 1 अप्रैल को देश के 6 सरकारी बैंकों का वजूद बदल जाएगा. जी हां, इस दिन से 6 बैंक अपना नाम और पहचान खो देंगे. ऐसे में आइए जानते हैं इन बैंकों के बारे में...
1 अप्रैल से इलाहाबाद के सभी ब्रांच इंडियन बैंक के माने जाएंगे. इलाहाबाद बैंक के ग्राहक या डिपॉजिटर्स को भी इंडियन बैंक का कहा जाएगा.
वहीं 1 अप्रैल से सिंडिकेट बैंक का विलय केनरा बैंक में होने जा रहा है. इस विलय के बाद सिंडिकेट बैंक के ब्रांच केनरा बैंक में मर्ज हो जाएंगे.
इसी तरह, बैंक के ग्राहकों को भी अब केनरा बैंक का ग्राहक माना जाएगा. कहने का मतलब ये है कि आप सिंडिकेट बैंक के ग्राहक हैं तो आपको 1 अप्रैल से केनरा बैंक का माना जाएगा.
वहीं ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के ब्रांच पंजाब नेशनल बैंक के हो जाएंगे. इसके अलावा इन दोनों बैंकों के ग्राहकों को भी अब पीएनबी का माना जाएगा.
बता दें कि पीएनबी देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक माना जाता रहा है. पीएनबी से पहले बैंक ऑफ बड़ौदा और एसबीआई आते हैं.
आखिरी विलय यूनियन बैंक में आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का होने वाला है. आंध्रा और कॉरपोरेशन बैंक के ग्राहक के अलावा ब्रांच 1 अप्रैल से यूनियन बैंक के माने जाएंगे.