जानवर
शम्मी कपूर की उस दौर की एक और बेहतरीन फिल्म है जानवर. कहने को तो ये फिल्म भी साधारण ही थी लेकिन इस फिल्म में भी कश्मीर की वादियां दो दिलों को करीब लाने का काम करती है. फिल्म में कश्मीर शांति और मोहब्बत का गवाह बना है. फिल्म में शम्मी कपूर और राजश्री की केमिस्ट्री गजब की होती है और कश्मीर की हसीन वादियां उसमें चार चांद लगा रही होती हैं.(SOURCE- YOUTUBE)
जब-जब फूल खिले
सूरज प्रकाश निर्देशित जब-जब फूल खिले में दर्शकों को कश्मीर की यात्रा करवाई जाती है. ये शशि कपूर की उन फिल्मों में शुमार है जहां लोग कश्मीर की अद्भुत खूबसूरती का गवाह बनते हैं. फिल्म में कश्मीर में प्रचलित हॉउसबोट को भी दिखाया गया है. उस फिल्म में शशी कपूर और नंदा की जोड़ी खूब सुर्खियां बटोरती है.(SOURCE- YOUTUBE)
1990 के बाद
1990 के बाद कश्मीर में फिल्मों की शूटिंग तो हुई लेकिन देखने का नजरिया हमेशा के लिए बदल गया. फिल्मों में कश्मीर के राजनीतिक मुद्दों को अहमियत दी जाने लगी. आइए जानते हैं ऐसी ही कुछ फिल्मों के बारे में
मिशन कश्मीर
ऋतिक रौशन की फिल्म मिशन कश्मीर वहां की समस्या को करीब से दिखाने की कोशिश करती है. फिल्म में दिखाया गया है कि वॉर का कश्मीरी बच्चों पर क्या असर पड़ा है. फिल्म में ये भी दिखाने की कोशिश की गई कि आखिर क्यों उस दौर में कई कश्मीरी नौजवानों ने अपने हाथ में हथियार ले लिए थे. फिल्म में ऋतिक की एक्टिंग की काफी तारीफ की गई थी.
फना
फना आमिर खान की उन फिल्मों में शुमार है जिसे प्यार तो मिला ही है लेकिन साथ में विवाद भी खड़े हुए हैं. फिल्म में सिर्फ काजोल और आमिर की प्रेम कहानी नहीं है. बल्कि फिल्म में कश्मीर में हुई मिलिटैंसी को काफी बारीकी से दिखाया गया है. इस फिल्म में कश्मीर में मची हिंसा को काफी गहराई से दिखाया गया है. फिल्म के अंत में काजोल को भी प्यार और देश में से किसी एक को चुनना होता है.
लम्हा
राहुल ढोलकिया निर्देशित लम्हा में संजय दत्त लीड रोल में थे. वो फिल्म में इंडियन मिलिट्री के एजेंट बने. इस फिल्म की कहानी भी कश्मीर में हुई हिंसा के इर्द-गिर्द ही घूमती है. फिल्म में दिखाया गया है कि संजय दत्त को उन देश द्रोहियों की धरपकड़ करनी है जिन्होंने घाटी में अशांति फैलाई है. ये फिल्म बॉक्स ऑफिस ज्यादा चली नहीं थी. लेकिन इस फिल्म में भी कश्मीर को वॉरजोन के चश्मे से ही देखा गया था.